प्रधानमंत्री ने रविवार को दिल्ली में एक रैली को संबोधित किया। इस दाैरान उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच लोगों को समझाने का प्रयास किया। साथ ही अाप की दिल्ली सरकार और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।

नई दिल्ली (एएनआई)। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित की। इस दाैरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में विरोधी पार्टियां अफवाह फैला रही हैं। लोगों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए। राजनीतिक दल अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह कर उन्हें उकसा रहे हैं।

मुझे पूरा विश्वास है कि एक बार जब हाथ में तिरंगा आ जाता है तो वो फिर कभी हिंसा का, अलगाव का, बाटने की राजनीति का समर्थन नहीं कर सकता: PM @narendramodi

— narendramodi_in (@narendramodi_in) December 22, 2019


तो क्या हमने किसी से उनका धर्म पूछा
पीएम ने कहा मैं उनसे पूछना चाहता हूं - जब हमने अवैध कॉलोनियों को नियमित किया, तो क्या हमने किसी से उनका धर्म पूछा? क्या हम पूछते हैं कि वे किस राजनीतिक दल का समर्थन करते हैं? क्या हम पूछते हैं?" 1970, 1980 के दस्तावेजों के लिए।& यहां रहने वाले हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई - सभी लाभान्वित हुए।& हमने ऐसा क्यों किया? क्योंकि हम देश के प्यार के लिए जीते हैं। हम सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को समर्पित हैं।

आज जो पार्टियां यहां शोर मचा रही हैं, वो 2004 में कहां थीं जब वहां की सरकार ने कहा कि राज्य से बाहर के निवासी से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर की बेटियों की वहां की नागरिकता खत्म हो जाएगी।

क्या वो भेदभाव भारत के संविधान की स्पिरिट के अनुसार था: PM @narendramodi

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कुछ हाथों में तिरंगा देख सुकून भी होता
पीएम बोले कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों के हाथ में जब ईंट-पत्थर देखता हूं तो मुझे और 130 करोड़ देशवासिओं को बहुत तकलीफ होती है।लेकिन जब उन्हीं में से कुछ के हाथ में तिरंगा देखता हूं, तो सुकून भी होता है। उन्होंने दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपको पता होना चाहिए कि वे लोग जिनसे आप अपने लिए कुछ मांग रहे थे उन्होंने अवैध रूप से अपने लोगों को 2,000 भव्य बंगले दिए थे।

अफ्गानिस्तान हो या फिलिस्तीन, सऊदी अरब हो या यूएई, मालदीव हो या बहरीन - इन सब देशों ने भारत को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है, भारत की संस्कृति के साथ अपने रिश्ते को और प्रगाढ़ करने की कोशिश की है: PM @narendramodi

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दिल्ली सरकार केंद्र की राह में रोड़े लगाती

पीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में हर घर में पीने योग्य पानी देने का झूठा दावा करती है। अगर दिल्ली सरकार ने दिल्ली मेट्रो के चरण 4 परियोजना का राजनीतिकरण नहीं किया होता, तो इसका काम बहुत पहले शुरू हो जाता। इसलिए मैं कहता हूं कि जो लोग आपके नाम पर राजनीति करते हैं, वे आपके दर्द को कभी नहीं समझते हैं, उन्होंने ऐसा करने का कभी इरादा नहीं किया है। यह हमेशा केंद्र सरकार के रास्ते में रोड़ा खड़ा करती है।

आज जब इन्हीं लोगों के राजनीतिक दल, धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत आए शरणार्थियों को नागरिकता देने से मना कर रहे हैं, तो इनका असली चेहरा भी देश के लोगों के सामने आ रहा है।
उस समय की हमदर्दी सिर्फ बहाना था, देश की जनता के साथ बोला गया सफ़ेद झूठ था: PM @narendramodi

— narendramodi_in (@narendramodi_in) December 22, 2019 Posted By: Shweta Mishra