प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बेंगलुरु में कहा कि टेक्नोलाॅजी में क्रांति की आवश्यकता है जो एग्रीकल्चर प्रैक्टिस को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। इसके साथ ही कहा कि गांवों में सतत अर्थव्यवस्था के लिए नए स्टार्ट-अप की जरूरत है।


बेंगलुरु (कर्नाटक) (एएनआई)। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107 वें सत्र को संबोधित किया। इस दाैरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एग्रीकल्चर प्रैक्टिस की सहायता करने वाली टेक्नोलाॅजी में क्रांति की आवश्यकता है।भारत के विकास में तकनीक के उपयोग को और व्यापक बनाना है, तकनीक का सीधा लाभ ग्राम और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को होना है। भारत की रैंकिंग इनोवेशन इंडेक्स में 52 हो गईपीएम ने कहा कि हमें देश भर में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की समस्या का तेजी से समाधान खोजने की जरूरत है। प्रधान मंत्री ने उल्लेख किया कि वह यह जानकर खुश हैं कि भारत की रैंकिंग इनोवेशन इंडेक्स में 52 हो गई है। हमारे कार्यक्रमों ने पिछले 50 वर्षों की तुलना में पिछले पांच वर्षों में अधिक टेक्नोलाॅजी बिजनेस इन्क्यूबेटरों का निर्माण किया है। इन उपलब्धियों के लिए हमारे वैज्ञानिकों को बधाई


प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं इन उपलब्धियों के लिए हमारे वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। इसके अलावा पीएम माेदी ने कहा कि मोदी किसान अब बिचौलियों पर निर्भर हुए बिना अपने उत्पादों को सीधे बाजार में बेच सकते हैं। उन्होंने कहा, डिजिटल टेक्नोलाॅजी, ई-कॉमर्स, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं ग्रामीण आबादी को महत्वपूर्ण रूप से सहायता प्रदान कर रही हैं। पूर्वानुमान के बारे में आवश्यक जानकारी मिल रही

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि आज कई किसानों को ई-गवर्नेंस पहलों के माध्यम से अपनी उंगलियों पर मौसम और पूर्वानुमान के बारे में आवश्यक जानकारी मिल रही है। बता दें कि पांच दिवसीय इस आयोजन का उद्देश्य वैज्ञानिक नवाचार और अनुसंधान पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर में वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाना है ।

Posted By: Shweta Mishra