भूटान के 'शुभचिंतक' हैं नरेंद्र मोदी: तोबगे
पहला विदेशी दौराअपने पहले दौरे पर गए भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की भूटान के पीएम शेरिंग तोबेग ने जमकर तारीफ की है. तोबगे ने कहा कि भूटान उनके पहले विदेशी दौरे को पहले से मजबूत रिश्ते को आगे और मजबूत बनाने के लिए अवसर के तौर पर इस्तेमाल करेगा. तोबगे ने मोदी के बारे में कहा कि वह भूटान के शुभचिंतक हैं. वह भारत-भूटान संबंध के बारे में बहुत अधिक जानकार हैं और कुल मिलाकर वह मकसद और उम्मीद का भाव देते हैं. गौरतलब है कि पिछले महीने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले मोदी अपने पहले विदेशी दौरे पर भूटान पहुंचे हैं.मदद-वादों के बारे में करेगा चर्चा
तोबगे ने कहा कि हम इस अद्भुत मौके को दोनों देशों के बीच रिश्ते का जश्न मनाने तथा पहले से मजबूत दोस्ती को आगे और मजबूत करने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बातचीत का मुख्य केंद्र संबंधों को मजबूत करने पर होगा, लेकिन भूटान भारत की ओर से किए गए सभी वादों और मदद के बारे में चर्चा करेगा. सत्ता संभालने के बाद अपने पहले विदेश दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को भूटान पहुंचे जहां उनका पारो अंतराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भव्य स्वागत किया गया. उनकी आगवानी के लिए प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य यहां मौजूद थे. वह यहां से 55 किलोमीटर की सड़क यात्रा तय कर राजधानी थिंपू पहुंचेंगे. मोदी का दो दिवसीय दौरा भारतीय विदेश नीति में भूटान की अहमियत को दर्शाता है.कौन-कौन है साथरवानगी से पूर्व शनिवार की रात प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले विदेश दौरे के लिए भूटान स्वाभाविक पसंद है क्योंकि उसके साथ अनूठा एवं विशेष रिश्ता है. उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस दौरे से विकास में सहयोग और प्रभावी ढंग से केंद्रित होगा. प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव सुजाता सिंह के अलावा अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद होंगे. भारत और चीन के बीच बसे होने के नाते नई दिल्ली के लिए यह हिमालयी देश सामरिक रूप से काफी अहमियत रखता है. सामरिक रूप से भारत के महत्वपूर्ण
भारत भूटान में कई हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहा है. सुजाता सिंह ने बताया कि अपने इस दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी भूटान के राजा, प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और विपक्ष के नेता से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच के रिश्ते पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा वह भूटान की नेशनल असेंबली और नेशनल काउंसिल के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे. भारतीय प्रधानमंत्री के पहले विदेश दौरे के रूप में भूटान के चयन के सवाल पर विदेश सचिव ने कहा कि भूटान सामरिक रूप से भारत के लिए महत्वपूर्ण देश है. मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री तोबगे भी मौजूद थे. अपनी भूटान यात्रा के बारे में मोदी ने कहा है कि मैं बहुत खुशी और पहले से ही मजबूत दोनों देशों के संबंध को और मजबूत करने की इच्छा लिए भूटान जा रहा हूं.