मोदी की सुरक्षा के लिए तैनात नया 'रैंबो'
करवाल ने बीबीसी हिंदी से बातचीत में कहा है कि वे अपने दस्ते के साथ पटना में मौजूद हैं, लेकिन सुरक्षा संबंधी तैयारियों पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.करवाल बिहार में नए रैंबो की भूमिका में हैं. सात डीआईजी, सात एसपी और पांच बम दस्तों सहित गुजरात पुलिस अधिकारियों की 150 लोगों की फौज के साथ करवाल बिहार में मोदी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे."मैं अपने दस्ते के साथ पटना में मौजूद हूं."-अतुल करवाल, आईपीएस अधिकारी, गुजरात पुलिसकरवाल को मोदी की पटना यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है.27 अक्टूबर को भाजपा की 'हुंकार' रैली के दौरान सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद, बिहार पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भाजपा और गुजरात पुलिस ने सवाल उठाए थे.करवाल हैं या करिश्मा?
करवाल गुजरात के वैसे पुलिस अधिकारी जो अपनी फ़िटनेस वाली छवि के लिए मशहूर हैं. 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी करवाल अभी गुजरात पुलिस अकादमी के संयुक्त निदेशक हैं.
ये पुलिसकर्मी नरेंद्र मोदी के उस सुरक्षा दस्ते में शामिल थे, जिन पर शनिवार को मोदी की पटना यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा है. नरेंद्र मोदी पटना में हुई रैली में हुए धमाके में मरे छह लोगों के परिवार वालों से मिलने के लिए पटना जा रहे हैं.बिहार पुलिस पर निशानागुजरात पुलिस ने बिहार पुलिस पर नरेंद्र मोदी की पटना रैली में मुहैया कराई गई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. गुजरात पुलिस ने बिहार पुलिस और प्रशासन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था.गुजरात पुलिस ने अपनी प्रेस रिलीज़ में कहा था, "अगर गुजरात पुलिस के सुझाए सभी सुरक्षा प्रावधान किए गए होते तो हादसा टाला जा सकता था."गुजरात के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(इंटेलिजेंस) ने बिहार पुलिस की स्पेशल ब्रांच को मोदी पर ख़तरे के बार में भी लिखा था. गुजरात पुलिस के मुताबिक बिहार पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया.पटना में नरेंद्र मोदी की रैली से पहले बिहार पुलिस के सहयोग के लिए गुजरात के दो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवानंद झा और प्रवीण सिन्हा 15 पुलिसकर्मी सहित पटना गए हुए थे.