फोक सिंगर और कंपोजर नंदलाल नायक ‘इकतारा’ के जज बने हैं. नंदलाल का जन्म झारखंड की घासी ट्राइब में हुआ था जो कि फोक कल्चर और म्यूजिकल ट्रेडीशन के लिए काफी मशहूर है. नंदलालजी ने इस रीजन के ट्रैडिशनल ड्रमिंग सिंगिंग और डांसिंग में हाई लेवल की ट्रेनिंग ली है. गाने के अलावा नंदलाल नगाड़ा मंडर और ढोलक भी बजाते हैं.

इनोवेशन में विश्वास


नंदलाल नायक एक कनटंप्रेरी कंपोजर हैं जो इनोवेशंस में विश्वास तो करते हैं लेकिन अपनी रूट्स को नहीं छोड़ते. इन्होने ना केवल इंडिया में बल्कि वल्र्ड में भी कई म्यूजीशियंस, डांसर्स, फिल्म और थियेटर आर्टिस्ट से कोलैबरेशन करके उनके साथ काम किया है. ‘अमु’ पहली फीचर फिल्म जिसके लिए उन्होने म्यूजिक कंपोज किया है. फोक सांग्सड को गायकी नहीं जीवन का हिस्सा मानते हैं नंदलाल नायक. इनका मानना है कि यहां की फोक संस्कृति यहां की बहुरंगी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी हुई है. नंदलाल जी का मानना है कि चेंजेस तो यूनीवर्सल ट्रुथ हैं इसलिए हमेशा एक्सप्टेबल होते हैं. और लोकगीतों को हमेशा बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए.


Thanks to inextlive


नंदलाल नायक ने द्बठ्ठद्ग3ह्लद्यद्ब1द्ग को इकतारा के लिए थैंक्स करते हुए कहा कि, फोक संस्कृति को हम पार्टिसिपेट करके ही महसूस कर सकते हैं और इकतारा लोगों को पार्टिसिपेट करने का मौका दे रहा है, ये इनीशिएटिव फोक सिंगिंग को  बढ़ाने में काफी हेल्पफुल है.

Posted By: Garima Shukla