लोकसभा चुनाव में देश की सबसे चर्चित सीट पर चुनाव लड़ने का ढेरों लोगों का सपना टूट गया. 102 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था

नामांकन पत्रों की जांच में पीएम मोदी समेत 30 प्रत्याशियों का पर्चा ही मिला वैध

- कई लोगों का चुनाव लड़ने का सपना रह गया अधूरा

-रायफल क्लब में देर रात चलती रही नामांकन पत्रों की जांच

varanasi@inext.co.in
VARANASI : लोकसभा चुनाव में देश की सबसे चर्चित सीट पर चुनाव लड़ने का ढेरों लोगों का सपना टूट गया. 102 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, लेकिन जांच में सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी समेत 30 प्रत्याशियों का पर्चा ही वैध पाया. अन्य 72 नामांकन पत्र पूर्ण नहीं होने और अन्य त्रुटियों के चलते जिला निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया. दो मई को नाम वापसी के बाद यह तय हो जाएगा कि वाराणसी संसदीय सीट पर कुल कितने प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाएंगे. राइफल क्लब में मंगलवार देर रात तक नामांकन फार्मो की जांच होती रही.

साढ़े 11 बजे तक नामांकन प्रक्रिया पूरी करानी पड़ी
नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को प्रत्याशियों की संख्या 71 होने के चलते जिला निर्वाचन कार्यालय को देर रात साढ़े 11 बजे तक नामांकन प्रक्रिया पूरी करानी पड़ी थी. मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के चलते प्रत्याशी सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट के पश्चिमी गेट के बाहर भावी प्रत्याशी पहुंच गए. मजिस्ट्रेट एक-एक प्रत्याशियों की पहचान और जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से दिए गए पत्र के आधार पर अंदर जाने की अनुमति दे रही थीं. इससे प्रत्याशी नाराज हो गए और हंगामा करने लगे. जिला प्रशासन उन्हें समझाते हुए क्रम संख्या 50 तक के सभी प्रत्याशियों को अंदर बुला लिया. बाकी प्रत्याशियों को जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद आने को कहा. वहीं, जिन लोगों का नामांकन फार्म खारिज हो चुका था, उन्हें पुलिस ने बाहर जाने को कहा तो वे फिर हंगामा करने लगे.

तेज बहादुर को नोटिस
पहले निर्दल और बाद में सपा से नामांकन फार्म दाखिल करने वाले बर्खास्त फौजी तेज बहादुर यादव को जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी किया है. नोटिस के जरिए पूछा है कि आप सेना से बर्खास्त क्यों हुए हैं, वजह स्पष्ट नहीं है, और न ही आपने नामांकन फार्म में दर्शाया है. एक मई तक स्थिति स्पष्ट कर जिला निर्वाचन कार्यालय को अवगत कराए.

Posted By: Vivek Srivastava