म्यांमार के सेना प्रमुख का कहना है कि इस साल के आख़िर में होने वाले चुनावों में अगर विपक्ष भी निष्पक्ष रूप से जीत हासिल करता है तो वे नतीजों का सम्मान करेंगे।


बीबीसी को दिए गए एक ख़ास इंटरव्यू में जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने कहा कि देश की राजनीति में सेना की भूमिका तब तक रहेगी जब तक म्यांमार के नस्ली विद्रोही गुटों के साथ शांति का माहौल नहीं बन जाता।उम्मीद है कि नवंबर में होने वाले चुनावों में नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सांग सू ची की पार्टी नैशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी ख़ासी सीटें जीत सकती है।विपक्षी नेता आंग सांग सू ची पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर है अब भी प्रतिबंधबर्मा के संविधान ने सू ची के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध बरक़रार रखा है।सू ची की पार्टी ने 1990 में चुनाव जीता था लेकिन सेना ने उसे सत्ता में आने से रोक दिया था।म्यांमार में फिलहाल सैनिक शासन की जगह सेना समर्थित सरकार काम कर रही है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh