मुंबई के 15 साल के बल्लेबाज़ प्रणव धनावड़े ने क्रिकेट के मैदान में वो कारनामा कर दिखाया है जिसकी अब तक केवल कल्पना की जाती थी।


एक पारी में 1009 नाबाद रन। इतने रन तो एक पारी में पूरी टीम से नहीं बनते।यही वजह है कि ऑस्ट्रेलियाई दौर पर रवाना होने से पहले वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “इतने रन बनाना मजाक नहीं है। किसी भी तरह की परिस्थिति में, किसी भी तरह के मैदान में इतनी कम उम्र में इतने रन बनाने बड़ी बात है। यह बहुत है, अब सुधार करना अहम है। वह जरूर विशेष प्रतिभा है। वह अपनी बल्लेबाज़ी के दौरान कैलकुलेट कर रहा था, यह काफी दुर्लभ है।”इसके बाद, दो साल बीतने के बाद भी पृथ्वी शॉ कोई बड़ा करिश्मा नहीं दिखा पाए हैं।


हालांकि अभी उनकी उम्र 16 साल ही है और वे मुंबई की अंडर-16 टीम के कप्तान भी हैं। उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से भी होती है, लेकिन उनके सामने उम्मीदों का मुश्किल पहाड़ है।इन दोनों से पहले दिसंबर, 2010 में 13 साल के अरमान जाफ़र ने स्कूली टूर्नामेंट में 498 रनों की तूफानी पारी खेली थी।

पांच साल बीतने के बाद भी अरमान जाफ़र को अब भी अपने पांव मज़बूती से टिकाने की जरूरत पड़ रही है। हालांकि वे मुंबई की अंडर 23 और वेस्ट जोन की अंडर 19 टीम में शामिल हैं। लेकिन वे अब तक मिले मौकों को बड़े मौके मे तब्दील नहीं कर पाए हैं।हालांकि अरमान जाफ़र और सरफराज़ ख़ान के लिए बांग्लादेश में 22 जनवरी, 2016 से शुरू होने वाला अंडर 19 वर्ल्ड कप बड़ा मौका है।वैसे क्रिकेट के वंडर किड्स में अमोल मजूमदार और वसीम जाफ़र का नाम भी आता है। अमोल मजूमदार भारतीय टीम में कभी शामिल नहीं हो पाए, जबकि वसीम जाफ़र का 31 टेस्ट और 2 वनडे का इंटरनेशनल करियर भी चमकदार नहीं रहा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh