रज्‍जो कहानी है मुंबई में खत्‍म होते कोठों और तवायफों के कल्‍चर की जो पहली नजर में तो एक लव स्‍टोरी लगती है पर एक पूरे ट्रेडीशन को ट्रिब्‍यूट है्.

Producer: M. H. Shah, U. A. Karande

Director: Vishwas Patil
Cast: Kangna Ranaut, Paras Arora, Mahesh Manjrekar, Prakash Raj, Jaya Prada, Tanushree Chakraborty, Dalip Tahil, Swati Chitnis, Kritika Chaudhary

Rating: 2/5 star

नागपाडा के एक कोटे की तवायफ है एक मुस्लिम रज्जो (कंगना रनौत) जिसके हुनर के सैंकड़ों दीवाने हैं. उसी का दीवाना हो जाता है ब्राहमण फेमिली का चंदू (पारस अरोड़ा) जो अपनी क्रिकेट टीम की जीत सेलिब्रेट करने अपने फ्रेंडस के साथ रज्जो के कोठे पर आता है. चंदू की फेमिली म्यूजिक लवर और म्यूजिक को जानने वाले आर्टिस्ट की कदर करने वाली फेमिली है. यही वजह है की चंदू जो एक टैलेंटेड हारमोनियम प्लेयर को ट्रेंड सिंगर रज्जो का सिंगिंग टैलेंट और मीठी वॉयस अपने मैजिक में बांध लेती है. नागपाड़ा का वो एरिया जिसमें ये कोठा है वो डेवलपमेंट स्कीम के अंडर आ जाता है और इस बिजनेस से जुड़े सभी लोगों के लिए सरवाइवल की प्राब्लम खड़ी हो जाती है. ऐसे में कोठे की ओनर बेगम (महेश मांजरेकर), जो एक स्वीट और लविंग मगर स्ट्रिक्ट शख्स है, की हेल्प से रज्जो और चंदू अपने रिलेशन को मैरिज के स्ट्रांग नॉट से बांध लेना चाहते हैं. लेकिन इसके बीच में आ जाता है हांडे भाऊ जो जाने कबसे रज्जो को अपना बनाना चाहता था. वो इन दोनों को अलग करने का हर पैतरा अपनाता है और इस कोशिश में शुरू हो जाती है एक ऐसी जंग जिसका अंजाम बेहद डेंजरस हो सकता है.
फिल्म की कहानी बस यही है और कुछ ऐसी हट के भी नहीं लगती लेकिन ये भी सच है की विश्वास पाटिल के डायरेक्शन ने इसे खासा खूबसूरत बना दिया है. अर्से बाद कंगना एक गैंग्सटर से नहीं कॉमन और अच्छे आदमी के प्यार में दीवानी हैं और उसकी खातिर जान देने को रेडी हैं. फिल्म का म्यूजिक ठीक है और सांग जुल्मी काफी हद तक हिट है. कंगना ने अपना पार्ट ईमानदारी से प्ले किया है लेकिन पारस कुछ नर्वस लगे हैं. सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में उनके करेक्टर में कुछ मेजर चेंजेस एडवाइस किए हैं. फिल्म का सबसे बड़ा चैलेंज है संजय लीला भंसाली की कंट्रोवर्सियल फिल्म रामलीला जैसी फिल्म के साथ रिलीज होना. बहरहाल अगर आप चाहें तो फिल्म को एक बार देख कर अफसोस नहीं करेंगे.

 

Posted By: Kushal Mishra