ऋषिकेश मुखर्जी की 1980 में आयी बेहतरीन फिल्म 'खूबसूरत' और 2001 की हॉलिवुड मूवी 'दी प्रिंसेस डायरी' का रीमेक है 2014 की फिल्म खूबसूरत जो एक अलग ही फिल्म बन कर रेडी हो गयी है जिसमें हॉलिवुड का तड़का डाल की एक प्योर बॉलिवुड क्लासिक को पेश करने की कोशिश की गयी है.


डॉ. मिली चक्रवर्ती (सोनम कपूर) दिल्ली में रहने वाली है. पेशे से वह फिजियोथेरेपिस्ट है.  मिली की अपब्रिंगिंग एक खुशनुमा माहौल में फेरी टेल सुनते हुए हुई है और जिंदगी को पॉजिटिवली जीते हुए वो बड़ी हुई है. वहीं दूसरी साइड में है एक रॉयल फेमिली जिसमें रहता है युवराज विक्रम सिंह राठौर (फवाद खान). Proudcer: Rhea Kapoor, Siddharth Roy Kapur, Anil KapoorDirector:  Shashank GhoshCast: Sonam Kapoor, Fawad Khan, Ratna Pathak, Kirron Kher, Prosenjit Chatterjee, Aamir Raza Hussain, Gargi Patel, Aditi Rao HydariRating: 2.5/5
राजस्थान में संबलगढ़ के राजा शेखर राठौर के इलाज के लिए मिली को वहां जाना पड़ता है. राठौर फेमिली थोड़ी वियर्ड है. सारे मेंबर्स एक दूसरे से खींचे रहते हैं. किसी हद तक स्नब राठौर फेमिली के मेंबर्स पर मिली के जॉली और पॉजिटिव नेचर का जादू चल जाता है. खासतौर पर प्रिंस विक्रम तो कुछ ज्यादा ही खुश हो जाते हैं और कहीं गहरे उसे चाहने लगते हैं. धीरे धीरे राठौर फेमिली सॉफ्ट होने लगती है और जब वो मिली की कोशिशों से एक दूसरे के करीब आने लगते हैं तो मिली की जरूरत उनकी लाइफ में कम होने लगती है. मिली को लगता है कि कभी कभी रूल्स को भी दूसरों की भलाई के लिए तोड़ा जा सकता है. लेकिन यही बात उसको राठौर फेमिली से तोड़ने की वजह बन जाती है और अब विक्रम के प्यार का टैस्ट है. रेखा वाली 'खूबसूरत' और इस वाली 'खूबसूरत' में बुनियादी फर्क तो इनोसेंस का ही है. रेखा वाली मिली सचमुच मासूम है और वो मैन्युपलेशन में यकीन नहीं रखती लेकिन 2014 की मिली चीजें मैन्युपलेट करने को गलत नहीं समझती. दूसरे हीरो अकड़ू पर मासूम लगता है जबकि हिरोइन मासूम दिखने की कोशिश में शातिर लगती है. सोनम अपना इफैक्ट नहीं डाल पायी हैं लेकिन फव्वाद इस फिल्म की खोज साबित होंगे. सांग्स सो सो हैं और डायरेक्शन कमजोर, पर हां एक लाइट मूवी देखने का मन है तो आप 'खूबसूरत' देख सकते हैं. फव्वाद को स्क्रीन पर देखना प्लेजेंट एक्सपीयरेंस है.

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Posted By: Molly Seth