Movie review: मकसद हो तो जिंदगी मिल ही जाती है इसी सच का नाम है Finding Fanny
'फाइंडिंग फैनी' की कहानी 'पोकोलिम' नाम के गोवा एक छोटे से विलेज से स्टार्ट होती है. इस गांव में लोगों की लाइफ बस यूहीं गुजरती है जिसका कोई खास मकसद नहीं है. यहां के लोग दिन-भर गॉसिपिंग करने में ही अपना टाइम स्पेंड करते हैं. एक दिन एक बूढ़े पोस्टमैन फर्डी (नसीरुद्दीन शाह) को एक लैटर मिलता है, जो उसने आज से 46 साल पहले उस लड़की स्टेफैनी फर्नांडीस (अंजली पाटिल) को लिखा था, जिससे वह प्यार करता था. इस लैटर में उसने स्टेफैनी को प्रपोज किया था.
Proudcer: Dinesh Vijan
Director: Homi Adajania
Cast: Arjun Kapoor, Deepika Padukone, Naseeruddin Shah, Dimple Kapadia, Pankaj Kapoor
Rating: 4/5
फर्डी को मालूम होता है कि यह लैटर तो उसकी बिलव्ड स्टेफैनी तक पहुंचा ही नहीं था. शॉक्ड फर्डी को लगता है कि उसने इतने साल सिर्फ इस रिग्रेट में गुज़ार दिए थे कि स्टेफैनी ने उसके मैरिज प्रपोजल को रिजेक्ट दिया. अब वह अपनी स्टेफैनी फर्नांडीस जिसे वो प्यार से फैनी कहता था, को ढूंढना चाहता है, पूरे 46 साल बाद. लेकिन उसके सामने कई सवाल हैं. क्या फैनी जिंदा भी है? या अपनी हैप्पी मैरिड लाइफ सैटिस्फैक्टरी स्पेंड कर रही है? क्या फैनी को अब तक फर्डी की याद है? या ये भी तो हो सकता है स्टेफैनी फर्नांडीस के लिए फर्डी की मोहब्बत केवल एक इल्यूजन है? फैनी को ढूंढने के लिए फर्डी को गांव के चार लोगों का साथ मिल जाता है. एक्च्युली ये लोग अपनी बोरिंग जिंदगी से पक गए हैं और मोनोटनी ब्रेक करके कुछ एक्साइटिंग कुछ नया करना चाहते हैं. इसलिए वे फर्डी के साथ हो जाते हैं. इनमें एक यंग विडो एंजी (दीपिका पादुकोण) है, दूसरा इरिटेटिंग मैकेनिक सैवियो (अर्जुन कपूर) है , तीसरा एक फ्रस्टीशियस आर्टिस्ट डॉन पैड्रो (पंकज कपूर) है और चौथी एक मिडिल एज्ड वोमेन रोजी (डिम्पल कपाड़िया) है. फाइंडिंग फैनी जर्नी पर इन लोगों के निकलने के बाद कहानी में कई तरह के ट्विस्ट एंड टर्न आते हैं और धीरे धीरे इन पांचों की बोरिंग लाइफ में कुछ नए कलर भरना शुरू हो जाते हैं. वे फील करने लगते हैं की अब उनकी लाइफ पहले की तरह बोरिंग और यूजलेस नहीं रही क्योंकि अब उनकी जिंदगी में एक मकसद शामिल हो गया है.
'फाइंडिंग फैनी' की स्टोरी हालांकि कॉमिक स्टाइल में बतायी गई है, लेकिन इसका एंड एक बेहतरीन टर्न और सीरियस नोट पर होता है कि लाइफ में सब कुछ इस पर डिपेंड होता है कि आप अपने सपनों को कितना पॉजिटिवली लेते हैं. अपने आसपास ही खुशियां तलाशो तो मिल जाती हैं और किसी दूसरे के लिए कुछ करने सैटिस्फेक्शन बहुत बड़ा होता है. होमी की फिल्म की स्टोरी पर पूरी पकड़ है. अर्जुन और दीपिका अपने करेक्टर में पूरी तरह फिट हैं लेकिन कमाल तो पंकज कपूर और डिंपल कपाड़िया ने किया जिनका हर शॉट आपको परफेक्ट फील देता है. कहानी मजेदार और फिल्म हर हाल में देखने लायक है. बेसिकली इंग्लिश बनी इस फिल्म को हिंदी में भी रिलीज किया गया है.