Movie review: Nautanki Saala
रोहन सिप्पी अब तक बड़े और फेमस स्टेबलिश एक्टर्स के साथ काम करते रहे हैं. पहली बार उन्हों ने कमप्रेटिवली न्यू फेसेज और कम स्टेबलिश एक्टर्स की टीम सलेक्ट की है पर मानना पड़ेगा कि ज्यादा बेहतर काम करवाया है. वैसे स्टोरी कोई कांप्लीकेटेड नहीं है पर उसका ट्रीटमेंट बेहद फनी और हृयूमर पैदा करने वाला है. एक शाम ऑफिस से घर लौट रहा राम परमार (आयुष्मान खुराना), मंदार लेले (कुणाल रॉय कपूर) से टकरा जाता है और उसे सुसाइड करने से रोक कर उसकी प्राब्लम्स सॉल्व करने की रेस्पॉसिबिलिटी अपने ऊपर ले लेता है.
इस कोशिश में वो मंदार की प्राब्लम्स को अपने ऊपर ले लेता है जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं. इन सबके बीच आ जाती है नंदिनी (पूजा साल्वी) जो मंदार का खोया हुआ प्यार है पर अब राम के दिल का करार बनने लगी है. मुश्किल ये है कि नंदनी को मंदार से मिलाने का जिम्मा भी राम ने अपने ऊपर लिया था जो अब उसके दिल की फांस बन गया है. इस सबके बीच हंसी और शरारतें जैसे गुथी हुई हैं.
राम की मजबूरी, मंदार की बेवकूफी और नंदनी का प्यार सब कुछ परफेक्ट क्वांइटिटी में है और अपने आप सिचुएशन को क्रिएट करता है कि आप खिलखिलाने के लिए मजबूर हो जाऐंगे. रोहन का डायरेक्शन कसा हुआ है हांलाकि कभी कभी फिल्म स्लो होती महसूस होती है. कुछ डायलॉग्स पहले कहीं सुने हुए फील होते हैं लेकिन खटकते नहीं. आयुष्मान खुराना ने प्रूव किया है कि विक्की डोनर की सक्सेज और अप्रीशिएशन फ्लूक नहीं था वे अपने टैलेंट के साथ पूरा जस्टिस करते हैं. कुणाल रॉय कपूर ने भी अपने आप को प्रूव किया है और फ्यूचर के लिए अच्छे संकेत दिए हैं हां दोनों एक्ट्रेसेज और बेहतर हो सकती थीं पर वो बुरी नहीं हैं. फिल्मे का म्यूजिक अच्छा है और पहले ही लोगों के दिलों में जगह बना चुका है. इस वीकेंड नौटंकी साला देखने जाने का डिसीजन लेने पर आपको कोई अफसोस नहीं होगा. Director: Rohan Sippy Cast: Ayushmann Khurrana, Pooja Salvi, Kunaal Roy Kapur, Evelyn Sharma