Movie review: Issaq 3/5 star
बिना शक Issaq एक लव स्टोरी है जो बताया जा रहा है कि शेक्सकपियर की क्लासिक स्टोरी रोमियो जूलियट से इंस्पायर है. बनारस की दो राइवल फेमिलीज के बच्चे जाने अंजाने नफरत के सफर में आगे बढ़ते हुए कब एक दूसरे के प्यार में डूब जाते हैं ना वो समझ पाते हैं ना उनकी फेमिलीज. उनके प्यार के बीच नफरत और वायलेंस के अलावा और कुछ नहीं हैं. इस नफरत की वजह आपसी दुश्मनी के अलावा सैंड माफिया, नक्सलिज्म और बहुत कुछ है. प्यार एक टाइमलैस इमोशन है और उसको जस्टीफाई करना ऑलमोस्ट नामुमकिन, यही इस फिल्म की स्टोरी लाइन है.
फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जो नया हो इसके बावजूद कहानी कुछ कुछ अनछुयी लगती है. इसमें कहीं 'इश्कजादे' है तो कहीं 'रांझना' और कभी कभी लगता है कि इसमें 2005 में आयी मणिशंकर की फिल्म 'टैंगो चार्ली' की भी झलक दिखाई देती है. फिर भी ये अलग फिल्म है जिसमें एक लो की में चलती लव स्टोरी को हाई वोल्टेज एक्शन ड्रामे के साथ पेश करने की कोशिश की गयी है.
फिल्म में प्रतीक बब्बर की मासूमियत उनकी यूएसपी है. अपने रिलेशन के कांप्लिकेशन को एक्सप्रेस करने के लिए उनके फेशियल एक्सप्रेशन ही काफी हैं लेकिन उनको सर्पोट करने में अमायरा दस्तूर कामयाब नहीं हो रही हैं. कन्फ्यूज लुक देने में तो प्रतीक 'जाने तू या जाने ना' के दौर से ही एक्सपर्ट हो गए थे. रविकिशन अपने ट्रेडीशनल स्टा्इल में ही हैं. हां डायरेक्टर मनीष तिवारी बिलकुल कन्फ्यूज नहीं हैं इसीलिए फिल्म के किसी भी शॉट पर उनकी पकड़ ढीली नहीं हुई है. कुल मिला कर 'इसक' एक इंटरटेनिंग फिल्म है और अपना इंपैक्ट छोड़ती है.
Director: Manish TiwaryCast: Prateik Babbar, Amyra Dastur, Ravi Kishan, Makarand Deshpande, Neena Gupta, Prashant Narayanan, Sudhir Pandey