2008 में रिलीज हुई फिल्‍म भूतनाथ का सीक्‍वल है भूतनाथ रिर्टन्‍स. इलेक्‍शन के दौर में रिलीज होने वाली नीतिश तिवारी डायरेक्‍टेड ये हॉरर कॉमेडी हमारे सोशल सिस्‍टम पर इलेक्‍शन के थ्रू एक इंट्रस्‍टिंग स्‍टायर है.


Producer: Bhushan Kumar, Krishan Kumar, Ravi ChopraDirector: Nitesh TiwariCast: Amitabh Bachchan, Parth Bhalerao, Usha Jadhav, Boman Irani, Anurag Kashyap, Mitelish Pathak, Sanjay Mishra, Brijendra Kala, Usha Nadkarni, Shahrukh Khan, Ranbir KapoorRating: 3/5 starभूतनाथ (अमिताभ बच्चन) मुक्ति पाकर अपने लोक में पंहुचता है लेकिन वहां कोई उसको रेस्पेक्ट नहीं देता बल्कि मजाक उड़ता है क्योंकि उसने भूतों की नाक कटा दी है एक बच्चे तक को नहीं डरा सका. वो इस दाग को धोना चाहता है इसके लिए उसका हैड उससे कहता है कि वो वापस धरती पर जाए लोगों को डरा कर रेस्पेक्ट गेन करे. भूतनाथ धरती पर जाता है और एक बार फिर कोशिश करता है. इस बार भी उसकी मुलाकात एक स्ट्रीट किड अखरोट (पार्थ भालेरॉव) से होती है.


एक बार फिर वो बच्चों को डरा नहीं पाता और दुखी हो कर कहता है नॉट अगेन पर इसके साथ ही वो ये फैसला भी करता है कि वो इस इलाके के लोगों को जेम्स पैर्टो (बोमेन इरानी) के टेरर और अन जस्टिफाइड कंट्रोल से आजादी दिलवाएगा. भूतनाथ, अखरोट और उसके फ्रेंडस के साथ मिल कर जेम्स के अगेंस्ट इलेक्शन लड़ने का डिसीजन लेता है.

एक करप्ट पॉलिटीशियन और एक घोस्ट के बीच इंट्रस्टिंग फाइट स्टार्ट हो जाती है. और इसके थ्रू हमारे पॉलिटिकल और सोशल सिस्टम के कई लूप होल सामने आ जाते जाते हैं. हृयूमर में छिपा सच आपको कहीं गहरे छू जाता है. इस फिल्म में कई छोटी छोटी चीजें हैं जो अपना इंपेक्ट छोड़ती हैं जैसे किस तरह पॉलिटिकल पार्टीज हमारे लॉ में छूटे हुए ऑर्डिनरी दिखने वाले प्वाइंटस का फायदा उठा कर गलत लोगों को टिकट दे देती हैं और वो इलेक्शन लड़ लेते हैं. कैसे एक घोस्ट जिंदा आदमी के लिए प्राब्लम क्रिएट कर सकता है यानि यहां वैल्यु इंसान की नहीं पॉवर की है. फिल्म में कई सिचुएशन आपको हंसने के लिए मजबूर करती हैं और कई सोचने पर. डायरेक्टर ने फिल्म को बिखरने नहीं दिया है. अमिताभ अपने करेक्टर को बड़ी ईमानदारी से जीते हैं और यही फिल्म की यूएसपी है. नन्हा पार्थ बड़ी बड़ी बातें करके हैरान करता है पर उसने अपने डायलॉग और एक्सप्रेशन से अपने करेक्टर को ऑनेस्टली डिफाइन किया है.

शाहरुख खान और रणबीर कपूर के कैमियो ने फिल्म में क्वालिटी एडीशन किया है जो रिफ्रेशिंग लगता है. म्यूजिक सुनने में अच्छा लगता है. 'पार्टी तो बनती है' सांग तो अब लोगों की जुबान पर चढ़ गया है.

Posted By: Chandramohan Mishra