पीएम मोदी बनारस में जहां गए, उसी जगह लिखी गई थी हिंदी में रामायण
काफी प्रसिद्ध है यह मंदिर
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में काफी मंदिर हैं। सभी मंदिरों की अलग-अलग खासियत है। ऐसा ही एक भगवान राम का मंदिर है, जिसे तुलसी मानस मंदिर के नाम से जाना जाता है। बनारस के प्रसिद्ध दुर्गाकुंड मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित मानस मंदिर की सुंदरता बरबस ही श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच लाती है। काशी के अन्य मंदिरों में जहां भीड़-भाड़ रहती है, वहीं इसके उलट तुलसी मानस मंदिर में शांत माहौल मिलता है। मंदिर के प्रांगण में धीमी-धीमी आवाज में स्वचालित श्री राम एंव कृष्ण लीला होती है।
क्यों कहा जाता है तुलसी मानस मंदिर
इस मंदिर की दूसरी मंजिल में तुलसीदास जी की प्रतिमा लगी है। कहा जाता है कि यही वो स्थान है, जहां तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना की थी। इसीलिए मंदिर का नाम तुलसी मानस पड़ गया।