मोदी की इंडोनेशिया यात्रा : इस्ताना मर्डेका में भव्य स्वागत, कई समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
रेड कारपेट और गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया
जकार्ता (आईएएनएस)। तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले पड़ाव में इंडोनेशिया पहुंच चुके हैं। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन इस्ताना मर्डेका पहुंचे, जहां राष्ट्रपति जोको विडोडो ने उनका भव्य स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को रेड कारपेट वेलकम और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'ये रिश्ते दोनों देशों के बीच नर्मी और भावना पैदा करते हैं। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस्ताना मर्डेका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेड कारपेट और गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया।'
शहीदों को श्रद्धांजलि दी
मर्डेका में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जोको विडोडो की मौजूदगी में जकार्ता में दोनों देशों के बीच प्रतिनिधमंडल स्तर की बातचीत हुई। इस दौरान भारत और इंडोनेशिया के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इंडोनेशिया पहुंचने के बाद बुधवार को सुबह सबसे पहले पीएम मोदी कालीबाटा नेशनल हीरो सीमेट्री गए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी के इस दौरे से जहां इंडोनेशिया और भारत के बीच दोस्ती को नई मजबूती मिलेगी, वहीं रक्षा और कारोबार सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच समझौतो पर हस्ताक्षर भी होंगे।
भारतीय समुदाय के साथ करेंगे बैठक
बता दें कि मोदी अपने कार्यकाल के दौरान पहली बार इंडोनेशिया गए हैं। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच नया भरोसा बनने के आसार हैं। पीएम अपने इस दौरे के दौरान इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें संबोधित करेंगे और इसके साथ वे वहां राष्ट्रपति विडोडो के साथ मिलकर कई भारतीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
एक्ट ईस्ट नीति पर ध्यान
इंडोनेशिया की यात्रा के बाद 31 मई को पीएम मोदी सिंगापुर के लिए निकल जायेंगे, लेकिन वहां जाते समय वे थोड़ी देर के लिए मलेशिया में रूकेंगे जहां मलेशिया के नए नेतृत्व को बधाई देंगे। प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात करेंगे। सिंगापुर पहुंचने के बाद पीएम मोदी एक जून को वहां के राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मुलाकात करेंगे और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी, जिसमें रक्षा और कौशल विकास जैसे समझौते होंगे। पीएम दो जून को क्लीफोर्ड पियर में एक पट्टिका का अनावरण करेंगे जहां 27 मार्च 1948 को गांधीजी की अस्थितयों का विसर्जन किया गया था। मोदी सरकार ने भारत की एक्ट ईस्ट नीति को शुरू किया था जिसका उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना है। माना जा रहा है कि पीएम के दौरे से भारत की एक्ट ईस्ट नीति को मजबूती मिलेगी।