देश में चारों ओर लोकसभा चुनाव की चर्चाएं हैं। वहीं चुनाली पार्टियों के लिए अब आचार संहिता लागू कर दी गई है। अब अगर आप इसका वाॅयलेशन होते देखें तो फोन पर एक एप है जिसके जरिए उसकी कंप्लेन कर सकते हैं। यहां जानें उस एप के बारे में...

- डीएम ने कलक्ट्रेट में सी विजिल ऐप्लिकेशन की दी जानकारी

- आचार संहिता का वॉयलेशन हो तो विद फोटोग्राफ की जा सकती है कंप्लेन

- 100 मिनट के भीतर कार्रवाई का दावा, मॉनिटरिंग के लिए टीम गठित

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DEHRADUN: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है, आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है. ऐसे में अगर कोई पॉलिटीशियन, लीडर, कैंडिडेट अगर आचार संहिता का वॉयलेशन करता है तो आप इलेक्शन कमिशन की मोबाइल ऐप सी-विजिल पर इसकी कंप्लेन कर सकते हैं. कंप्लेन पर 100 मिनट के भीतर एक्शन लेने का दावा किया जा रहा है.

सी- विजिल की दी जानकारी
मंडे को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम एसए मुरुगेशन ने सी-विजिल ऐप की विस्तार से जानकारी दी. बताया कि आचार संहिता का उल्लंघन न हो इसकी मॉनिटरिंग पब्लिक भी कर सकती है और कहीं उल्लंघन होता है तो इसकी कंप्लेन सीधे इलेक्शन कमिशन की मोबाइल ऐप सी- विजिल पर विद फोटोग्राफ और वीडियो के की जा सकती है. इसमें कंप्लेनर की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और 100 मिनट के भीतर कंप्लेन पर एक्शन लिया जाएगा. इस दौरान डीएम ने बताया कि एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग और मीडिया मॉनिटरिंग कमेटियों का गठन कर दिया गया है.

ऐप ऐसे करेगा काम
इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने सी-विजिल ऐप्लीकेशन तैयार किया गया है. ये ऐप्लीकेशन एंड्रॉयड स्मार्टफोन को सपोर्ट करेंगी और इसमें ऑटोमेटिक लोकेशन मैपिंग के साथ ही फोटो और वीडियो अपलोड किए जा सकेंगे. ऐप्लिकेशन को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. कंप्लेनर अपनी पहचान बताए बिना इस पर आचार संहिता उल्लंघन की कंप्लेन कर सकता है.

50 हजार से ज्यादा कैश नहीं कर सकते कैरी
डीएम एसए मुरुगेशन ने बताया कि इलेक्शन समाप्त होने तक कोई भी व्यक्ति 50 हजार रुपए से ज्यादा कैश लेकर नहीं चल सकता. 50 हजार रुपए तक के कैश का भी उसके पास दस्तावेज होना चाहिए. यदि दस्तावेज नहीं मिले तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा कैश जब्त किया जा सकता है. वहीं अब 10 लाख से ज्यादा के ट्रांजेक्शन पर भी इलेक्शन कमिशन की नजर रहेगी.

16 मार्च तक अपडेट होगी वोटर लिस्ट
जिन वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट में नहीं जुड़े हैं, उनको 16 मार्च तक का मौका दिया गया है. वे सभी अपने-अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं और फार्म भर वोटर लिस्ट में अपना नाम एड करा सकते हैं. वोटर हेल्पलाइन ऐप के जरिए ऑनलाइन भी एप्लाई किया जा सकता है.

चुनावी खर्च पर नजर
चुनावी खर्चे की मॉनिटरिंग के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं, जो वर्किग मोड में आ चुकी हैं. टीम द्वारा लोकसभा इलेक्शन के कैंडिडेट्स की गाडि़यों, पोस्टर बैनर, कार्यालय आदि के खर्चे का ब्योरा टीमें कलेक्ट करेंगी. चुनाव के मद्देनजर फ्लाइंग स्क्वॉयड, एसएसटी, वीडियो सर्विलांस, वीडियो व्यूइंग टीमों का गठन कर लिया गया है.

इतनी टीमों का गठन

फ्लाइंग स्क्वॉयड- 30

एसएसटी- 10

चेक पोस्ट - 54

वीडियो सर्विलांस- 30

वीडियो व्यूइंग- 10

मीडिया मॉनिटरिंग के लिए भी कमेटी गठित की गई है.

पॉलिटीशियंस की स्पीच पर भी नजर

न्यूज पेपर में छपने वाले और टीवी में प्रसारित होने वाले विज्ञापनों के साथ ही कैंडिडेटस की स्पीच पर भी टीमों की नजर रहेगी. स्पीच के माध्यम से किसी तरह का लालच देने या अन्य आचार संहिता उल्लंघन के मामले आने पर कार्रवाई होगी.

Posted By: Ravi Pal