आमतौर पर लोग जब मंदिर जाते हैं तो अपने जूते-चप्पल पहले ही उतार देते हैं लेकिन क्या आपने कभी ऐसे शख्स को देखा है जो जूते पहनकर ही मंदिर में चला गया हो। अगर नहीं देखा है तो मिर्जापुर के सेक्टर मजिस्ट्रेट साहब को देख लीजिए। इसके साथ ही जानिए क्या है पूरा मामला-


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्यवासिनी मंदिर में इन दिनों शारदीय नवरात्र के चलते मेला लगा हुआ है। जिसकी वजह से वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर के आसपास सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है। इसी बीच एक सेक्टर मजिस्ट्रेट रविवार को दोपहर के टाइम विंध्यवासिनी मंदिर के मेन गेट तक जूते पहनकर ही पहुंच गए। जिसको देखकर नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा भड़क गए। नगर विधायक ने सेक्टर मजिस्ट्रेट को मंदिर से बाहर जाने को कहा। इसके साथ ही रत्नाकर मिश्रा ने सेक्टर मजिस्ट्रेट को वार्निंग दी कि वो तत्काल ही मंदिर से बाहर निकल जाएं नहीं तो पिट जाएंगे।

मंदिर के पुरोहितों ने जताई नाराजगी
सेक्टर मजिस्ट्रेट को मंदिर में जूते पहने हुए देखकर पुरोहितों ने नाराजगी जताई। जिसके बाद देखते ही देखते मजिस्ट्रेट को पुरोहितों और पुलिसकर्मियों ने घेर लिया। इस सबके बीच में ही किसी ने मामले की जानकारी नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा को दी। मामले की जानकारी मिलते ही नगर विधायक मंदिर पहुंच गए। जहां पर उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट को पकड़ लिया और कहा, कि तुमको मंदिर के कायदे कानून के बारे में नहीं पता है जो इतनी लापरवाही बरत रहे हो, यहां तक जूते पहनकर आया जाता है, क्या यही संस्कार हैं। इतना सब सुनने के बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट घबरा गए। नगर विधायक ने सेक्टर मजिस्ट्रेट को जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट ने अपनी गलती के लिए सभी से माफी मांगी। हालांकि इसके बाद उन्हें मंदिर से बाहर कर दिया गया।

Posted By: Inextlive Desk