Movie Review: Miley Naa Miley Hum
एक बच्चे की इमोशनल स्टोरी पर बनी मूवी अकेले हम अकेले तुम जिसमें बच्चा ऐसे पैरेंट्स के बीच फंसा रहता है जो एक दूसरे को देखते तक नहीं है. ऐसी स्टोरी को फिल्ममेकर मंसूर खान ने काफी सफाई और सेंसिटिविटी के साथ हैंडल किया था. लेकिन उसी टॉपिक को फिर से बिना बोर किए प्रेजेंट करने के लिए स्पेशल टैलेंट की जरूरत होती है और डायरेक्टर तनवीर खान मिले न मिले हम में ऐसा कर पाने में सक्सेफुल नहीं हो पाए.
चिराग मेहरा (चिराग पासवान) आधा टाइम अपने फादर मि. मेहरा (कबीर बेदी) के वाइनयार्ड में काम करते हुए बिता देता और बाकी का टाइम अपनी मदर (पूनम ढिल्लो के आलीशान ऑफिस में. जहां के स्टाफ वालों के लिए सिर्फ एक ही काम जरूरी दिखता है, एक केबिन से दूसरे तक फाइल लेकर टहलना.
इसी बीच स्टोरी धीरे-धीरे आगे बढ़ती रहती है और यह बताया जाता है कि चिराग बहुत अच्छा लडक़ा है और गरीबों की मदद करता है. उसकी अपने फादर से मूवी में बस एक जगह बात होती है जब उसके फादर उससे कुछ फाइल्स के बारे में पूछते हैं.
अब मिसेज मेहरा चिराग की दुल्हन बनाने के लिए विदेश से लडक़ी (सागरिका घतगे) को बुलाती है और वहीं दूसरी तरफ उनके हसबैंड अपने बेस्ट फ्रेंड की बेटी (नीरू बाजवा) के साथ चिराग की शादी करवाना चाहते हैं. दो च्वॉइसेस के बीच में फंसा चिराग एक ऐड होर्डिंग की तरफ इशारा करते हुए कहता है कि वह उस ऐड की मॉडल अनिष्का (कंगना रनाउत) के प्यार करता है और फिर स्टार्ट होती है दोनों के मिलने की बोरिंग और सुला देने
वाली लव स्टोरी.
चिराग पासवान के पास एक प्लीजिंग फेस और पर्सनालिटी है और वह बॉलीवुड में फिट भी हो सकतेे हैं पर उन्हें सही मेंटरिंग की जरूरत है. इस मूवी में वह काफी फेक और स्टिफ दिख रहे थे.
कंगना रनाउत ने एक वॉनाबी एक्ट्रेस के रोल में डीसेंट काम किया है और वह भी तब-जब वह सिर्फ हिन्दी में डायलॉग बोल रही थी सिर्फ हैपनिंग दिखने के लिए उन्होंने इंग्लिश नहीं बोली.
सच तो यह है कि यह पूरी मूवी ही एक वॉनाबी का होपलेस एफर्ट है. सागरिका और नीरू के रोल छोटे हैं पर दोनों ने ही अच्छा काम किया है. हमारे पास चिराग के लिए कुछ सजेशन हैं, उनको थोड़ा रिलैक्स होना चाहिए और बेहतर होगा कि वह पिंक फाउंडेशन और अपने ब्लू लेंसेस को समंदर में फेंक दें. किसी को भी ऐसा हीरो पसंद नहीं आएगा जो हीरोइन से ज्यादा पिंक हो.