Windows की Blue Screen एरर से आप ही नहीं माइक्रोसॉफ्ट भी परेशान है! तभी तो मिली है ये अपडेट
क्या है Blue Screen of Death और क्यों होता है ऐसा
विंडोज कंप्यूटर पर जिस ब्लू स्क्रीन ऐरर को देखकर यूजर्स का काम और मूड दोनों खराब हो जाते हैं, उसे टेक एक्सपर्ट की भाषा में Blue Screen of Death यानि BSoD के नाम से जाना जाता है। यानि इस स्क्रीन के दिखते ही आपका कंप्यूटर बंद हो जाता है। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट द्वारा साल 1993 में लॉन्च किए गए Windows NT 3.1 वर्जन में ब्लू स्क्रीन एरर पहली बार देखी गई थी। यूजर को शायद लगा था कि ये प्रॉब्लम अगले नए वर्जन में ठीक हो जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। 1993 से लेकर अब 2018 तक माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में ब्लू स्क्रीन की एरर को पूरी तरह ठीक नहीं कर पाया। आमतौर पर कंप्यूटर के खराब हार्डवेयर, गलत डिवाइस ड्राइवर, खराब रैम, गड़बड़ पावर सप्लाई, किसी डिवाइस की ओवरहीटिंग या फिर किसी हार्डवेयर पर क्षमता से ज्यादा प्रेशर होने के कारण सिस्टम पर BSoD ऐरर आ जाती है। इसके आने के बाद जब तक कंप्यूटर रीस्टार्ट न हो जाए, तब तक यूजर कंप्यूटर पर कोई वर्क नहीं कर सकता और न ही किसी फाइल या डेटा को सेव कर सकता है। कुज मिलाकर मतलब यह है कि विंडोज पर ब्लू स्क्रीन दिखी तो समझ लीजिए आपकी वर्किंग डेटा बचने या रिस्टोर होने की पॉसिबिल्टी बहुत है। इन्हीं वजहों से ब्लू स्क्रीन प्रॉब्लम विंडोज यूजर्स के लिए बहुत बड़ी प्रॉब्लम बन चुकी है। हालत यह है कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के लेटेस्ट वर्जन Windows 10 में भी ब्लू स्क्रीन प्रॉब्लम का कोई पक्का हल नहीं निकाल सकी है।
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