माइक्रोसॉफ्ट यूजर्स के लिए विंडोज 10 का एक फीचर बड़ा खतरा बन सकता है। यह फीचर यूजर्स की प्राइवेसी पर सेंध लगता है जिससे कि कुछ अहम जानकारियां भी लीक हो सकती हैं।

कौन सा है फीचर
रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट का एक फीचर लाखों यूजर्स की प्राइवेसी को खतरे में डाल सकता है। कंपनी के ऑपरेटिंग सिस्टम 'विंडोज 10' में बिल्ट इन इनक्रिप्शन फीचर है। जोकि आपकी 'रिकवरी की' को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में अपलोड कर देता है। सुरक्षा की दृष्टि से यह बड़ा खतरा बन सकता है। नए विंडोज 10 डिवाइस में यह फीचर पहले से ही ऑन रहता है। कंपनी ने इसे इसलिए एक्टिव किया है ताकि आपका डेटा कंप्यूटर में सुरक्षित रहे। मगर एक ताजा रिपोर्ट का दावा है कि बेहद काम का यह फीचर बड़े नुकसान की वजह भी बन सकता है।
ऐसे लगता है सुरक्षा में सेंध
रिपोर्ट की मानें तो, अगर कोई यूजर्स माइक्रोसॉफ्ट एकाउंट के जरिए अपने विंडोज 10 डिवाइस में साइन-इन करता है। तो इसका मतलब यह हुआ कि माइक्रोसॉफ्ट ने आपकी 'डिस्क इनक्रिप्शन की' स्टोर कर ली है। ऐसे में अगर कोई शख्स आपके माइक्रोसॉफ्ट एकाउंट को हैक कर ले तो वह 'रिकवरी की' आसानी से हासिल कर सकता है। इसी तरह से अगर कोई हैकर माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर को ही हैक कर ले तब भी आपकी प्राइवेसी पर खतरा बन सकता है।

खतरे से बचा जा सकता है

यूजर्स माइक्रोसॉफ्ट एकाउंट में लॉग-इन करके इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि आपकी 'की' वहां स्टोर है या नहीं। यूजर्स चाहे तो इसे एकाउंट से डिलीट भी कर सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक ऐसा करने पर सर्वर से 'की' की सभी कॉपीज हटा दी जाएंगी। जिन लोगों को अपने माइक्रोसॉफट एकाउंट में 'की' नहीं दिखेगी उन्हें कुछ करने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा डिवाइस की सेटिंग्स में जाकर भी इनक्रिप्शन ऑफ की जा सकती है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari