रूस में आंतरिक मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय शहर में उल्कापिंड के टुकड़े गिरने से इमारत के शीशे टूट गए हैं और 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने की रिपोर्टें हैं. माना जा रहा है कि इस उल्कापिंड का वजन दस टन था.

रूस के यूराल क्षेत्र के एक शहर के ऊपर इस उल्कापिंड से निकलते हुए अंगारे आकाश में उड़ते हुए देखे गए जिसकी वजह से कई सिलसिलेवार धमाके हुए. आतंरिक मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस उल्कापिंड की वजह से छह शहरों में नुकसान हुआ है.

चेल्याबिन्स्क के निवासियों के मुताबिक उन्होंने धरती को हिलते हुए महसूस किया और गाड़ियों के अलार्म बज रहे थे. समाचार एजेंसी रॉयटर को एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इस उल्कापिंड के टुकड़ो को चेल्याबिन्स्क से 200 किलोमीटर उत्तर में स्थित येकातरीनबर्ग में गिरते हुए देखा जा सकता था.

चिकित्सक अधिकारियों के मुताबिक इमारत की खिड़कियों के टूटने की वजह से कम से कम 100 लोग घायल हो गए और अब उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.

धमाका
चेल्याबिन्सक में एक प्रत्यक्षदर्शी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि शुक्रवार की सुबह उन्होंने एक बड़े धमाके की आवाज़ सुनी और इसके बाद 19 तल वाली इमारत में तेज झटके महसूस किए गए. समाचार एजेंसी इनटरफैक्स का कहना है कि प्राथमिक रिपोर्टों से ये सकेंत मिलते है कि कांच के टुकड़ों के हवा में उड़ने के कारण चार लोग घायल हो गए.

चेल्याबिन्सक और स्वर्दलॉव्सक क्षेत्र में लोगों ने आकाश में जलती हुई चीज़ो को देखा जो येकातरीनबर्ग और त्यूमेन शहरों में गिरते हुए देखे गए. समाचार एजेंसी एपी ने आतंरिक मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से छापा है कि जस्ता फैक्टरी के छत का 600 वर्ग फीट हिस्सा ढ़ह गया.

चेल्याबिन्सक, रूस का मुख्य ओद्यौगिक क्षेत्र है. इस इलाके में कई फैक्टरियां है, एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र है और मायक परमाणु कचरे के भंडरण और उसके शोधन के लिए बना केंद्र है. आपातकालीन मंत्रालय का कहना है कि प्रभावित इलाकों में हज़ारों की संख्या में राहतकर्मी भेजे गए है.

अधिकारियों का कहना है कि यूराल की पहाड़ियों पर एक बड़े उल्कापिंड का विखंडन हुआ जिसकी वजह से पहले उसने वायुमंडल के निचले हिस्से को आंशिक रुप से जलाया जिसके बाद इसके टुकड़े धरती की तरफ गिरने लगे.

 

Posted By: Garima Shukla