हांगकांग को लेकर जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल ने ऊपरी सदन में चिंता जताते हुए यूरोपीय एकता पर जोर दिया। उनका कहना था कि ईयू के सदस्य देशों को एक सुर में चीन से बात करनी होगी।


बर्लिन (राॅयटर्स)। जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल ने शुक्रवार को कहा कि चीन के मुद्दे पर यूरोप को एक सुर में बोलना होगा। उनका कहना था कि ऐसा यूरोपीय हितों को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है। उन्होंने हांगकांग पर चीन के नये सुरक्षा कानून पर चिंता जताई। मार्केल ने बुंदेस्रत ऊपरी सदन में कहा कि चीन के साथ सफलतापूर्वक रिश्ते और यूरोपीय हितों को ध्यान में रखते हुए यूरोपीय देशों को एक स्वर में बोलना चाहिए।चीन से विवाद निपटाने में यूरोपीय यूनियन के राष्ट्र सक्षम
यूरोपीय यूनियर के 27 सदस्य देश एकसाथ मिलकर चाहें तो वे चीन के साथ किसी भी विवाद को सुलझाने में पूरी तरह खुद में सक्षम हैं। खुली बातचीत के जरिए यूरोपीय राष्ट्रों को हांगकांग के भविष्य और मानव अधिकारों के साथ-साथ कानून के शासन की भी बात करनी होगी। चीन के एक देश, दो सिस्टम का सिद्धांत को लेकर हमें चिंता है। नये सुरक्षा कानून से यह खत्म हो चुका है। जाहिर है यह सबके लिए चिंता की बात है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh