'Masaba Masaba' Review: रियल्टी को बिना ऑटो करेक्ट किये दिखाता एक ईमानदार शो
शो का नाम : मसाबा मसाबा
कलाकार : मसाबा गुप्ता, नीना गुप्ता, नील भूपलम, रिताशा राठौर, सत्यदीप मिश्रा
निर्देशक : सोनम नायर
क्रियेटर : अश्विनी यार्डी
लेखन टीम : पुन्या अरोरा, नंदिनी गुप्ता, सोनम, अनुपमा
एपिसोड्स : छह एपिसोड्स
ओ टी टी चैनल : नेटफ्लिक्स
रेटिंग : 3.5 स्टार
क्या है कहानी
नीना गुप्ता और मसाबा के जन्म को लेकर होने वाली चर्चा जगजाहिर है। शो में नीना के स्ट्रगल से लेकर मसाबा को इंडिपेंडेंट बनाना और उसके बाद फैशन की दुनिया में हस्ताक्षर बन जाने तक के सफर को दिखाया गया है। शो इन दो अहम् किरदारों के माध्यम से उस दौर में होने वाली गॉसिप और येल्लो जर्नलिज्म के दौर को भी दर्शाती है। वहीं मसाबा की मधु मंटेना से शादी और फिर तलाक को भी दिखाया है। पहले एपिसोड में बेटी और फिर दूसर एपिसोड में नीना की जिंदगी के दिलचस्प पहलू दिखाए गए हैं। जो बेहद इमोशनल कर जाते हैं। तीसरे एपिसोड में फिर से मसाबा की इंडिपेंडेंट लाइफ पर फोकस किया गया है। शो में नीना जो कि इस बात से वाकिफ हैं कि मसाबा को भारत में अभिनय करने का मौका नहीं मिलेगा, उनके लुक्स की वजह से. वह बेटी को समझाती हैं कि वह यह क्षेत्र न चुनें, शो की यही खासियत है कि इसमें हकीकत को हकीकत जैसे दर्शाने की कोशिश है। कुछ भी छुपाने या रियलिटी को जबरन करेक्ट करने और मॉडेस्ट बनने की कोशिश नहीं है। ईमानदार कांस्पेट है और ट्रीटमेंट है। इसलिए दिल को छू जाती है। शो में कई सारे सेलेब्स के कैमियो भी हैं, जिनमें फराह खान, पूजा बेदी, कियारा आडवाणी जैसे कलाकार हैं।
शो का दिलचस्प कॉन्सेप्ट और मसाबा का अभिनय, खासतौर से मसाबा का बाल रूप निभाने वाली अभिनेत्री ने शानदार काम किया है। संवाद भी शो के मुनासिब लिखे गए हैं। क्या है बुरा
कुछ दृश्यों में मेलो ड्रामा अत्यधिक है। अदाकारी
मसाबा नॉन एक्टर हैं, लेकिन उन्होंने इस फिल्म में जिस सहजता से अभिनय किया है, वह काबिल ए तारीफ हैं। नीना गुप्ता अपने बिंदास अंदाज में नजर आई हैं। नील भूपलम और रिताशा राठौड़ ने भी बढ़िया अभिनय किया है। सत्यदीप मिश्रा को शो में अच्छा स्पेस मिला है।
वर्डिक्ट
दिलचस्प कांसेप्ट के बावजूद शो का अंदाज़ और कलेवर मेट्रो पॉलिटियन दर्शकों को अधिक आकर्षित करेगा।