जकरबर्ग ने मानी गलती, सॉरी बोलकर कहा कैंब्रिज एनालिटिका के खिलाफ 2015 में ही लेना चाहिए था एक्शन
कैंब्रिज के खिलाफ कार्रवाई न करने पर खेदसैन फ्रांसिस्को (आईएएनएस)। सीएनएन के एक साक्षात्कार में जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक ने लोगों का भरोसा तोड़ा है। लोगों का डाटा सुरक्षित न रख पाने के लिए वे जिम्मेदार हैं और माफी मांगते हैं। साथ ही वो यूजर्स को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि दोबारा भविष्य में ऐसा नहीं होगा। फेसबुक अपने स्तर पर सभी एप की जांच करेगा। इस बात पर भी उन्होंने कैंब्रिज एनालिटिका के खिलाफ 2015 में कार्रवाई न करने पर खेद प्रकट किया। दरअसल 2015 में ही कैंब्रिज एनालिटिका फेसबुक डाटा को लेकर चर्चा में आ गई थी।विधिक समिति करेगी जकरबर्ग से पूछताछ
हालांकि फेसबुक ने वकीलों की एक छोटी सी फौज और लाबीस्टों की भर्ती की है। इससे पहले जांच के लिए कभी भी जकरबर्ग खुद अमेरिका की कांग्रेस कमेटी के सामने पेश नहीं हुए हैं। कैंब्रिज एनालिटिका स्कैंडल के 5 दिन बाद विधिक समिति के राजनीतिकों ने जकरबर्ग को पूछताछ के लिए बुलाया है।कैंब्रिज एनालिटिका ने किया था ट्रंप का प्रचार
डाटा कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान का प्रबंध किया था। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, उस डाटा कंपनी ने फेसबुक 5 करोड़ यूजर्स की अनुमति के बिना उनसे संबंधित जानकारी चोरी कर ली थी। आरोप है कि इस डाटा को चुनाव प्रभावित करने में इस्तेमाल किया गया।एजुकेशन पर्पज से एक प्रोफेसर ने लिया था डाटासोशल मीडिया दिग्गज ने कहा कि वह डाटा एक प्रोफेसर ने शैक्षणिक उपयोग के लिए लिया था। उन्हें जो भी डाटा दिया गया वह नियमों के मुताबिक था। बाद में वह डाटा किसी थर्ड पार्टी को हस्तांतरित कर दिया गया। डाटा हासिल करने वालों में कैंब्रिज एनालिटिका भी शामिल थी। थर्ड पार्टी को डाटा देना फेसबुक की पालिसी के खिलाफ है।
जकरबर्ग ने कैंब्रिज एनालिटिका मामले के बाद फेसबुक के रुख को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि फेसबुक ने डाटा की सुरक्षा को लेकर कुछ कदम उठाए हैं। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कंपनी काम कर रही है। जकरबर्ग ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि वह यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि वाकई क्या हुआ है और यह दोबारा न हो सके।सुरक्षा ठीक पर फेसबुक ने गलतियां भी कींजकरबर्ग ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कंपनी ने सुरक्षा के प्रबंध एक बार फिर से चाक चौबंद कर लिए हैं। यह काम हमने सालों पहले कर लिया था फिर भी चूक हो गई। कंपनी को सुरक्षा संबंधी और कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी गलतियां दोबारा न हो सकें।