महिला एंव बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने राज्‍यसभा में कहा कि भारत में वैवाहिक दुष्‍कर्म का कॉन्‍सेप्‍ट लागू नहीं हो सकता। उन्‍होंने गरीबी अशिक्षा और धार्मिक वियवास को इसके लिए जिम्‍मेदार ठहराया।

वैवाहिक दुष्कर्म बड़ा मुद्दा
भारत में जहां दुष्कर्म के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है, वहीं केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि वैवाहिक दुष्कर्म का कंसेप्ट भारत में लागू नहीं किया जा सकता। गुरुवार को संसद में एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही। मेनका से पूछा गया था कि सरकार वैवाहिक दुष्कर्म के मामलों को अपराध की श्रेणी में लाने के लिए क्या योजना बना रही है। इसके जवाब में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने जवाब दिया कि वैवाहिक दुष्कर्म का कंसेप्ट जिस तरह दुनिया में है, वैसा भारत में लागू नहीं किया जा सकता। इसके पीछे कई कारण हैं जिनमें शिक्षा, गरीबी, विभिन्न सामाजिक परंपराएं, मूल्य, धार्मिक भावनाएं और सोच अहम हैं।
24 घंटे की हेल्पलाइन
एक अन्य सवाल के जवाब में गांधी ने कहा कि महिला हेल्पलाइन नंबर को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के माध्यम से 1 अप्रैल 2015 से यूनिवर्सलाइज करने के लिए अनुमति दे दी गई है।यह हेल्पलाइन महिलाओं को 24 घंटे सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में होने वाले अपराधों में आकस्मिक और अनाकस्मिक रूप से मदद करेगी।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari