प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने कल रात रेडियो पर मन की बात की. दोनों देशों के नेताओं ने संयुक्त रेडियो संदेश मन की बात में पूछे गए सवालों का जवाब दिया. ऐसा पहली बार हुआ जब दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देशों ने एक साथ लोगों से बातें की. जनता ने भी बड़े चाव से मन की बातें सुनी.

सवाल ओबामा तक पहुंचाए
कल मन की बात कार्यक्रम जैसे ही शुरू हुआ, पूरी दुनिया के लोग इसे सुनने में मशगूल हो गए. लोगों को इसे सुनने को लेकर बड़ा उत्साह छाया रहा. मन की बात कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत के युवाओं के सवाल ओबामा तक पहुंचाए. इसके साथ ही उन्होंने खुद से पूछे गए सवालों के भी जवाब दिए. पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम से लोगों को उम्मीद है कि दो महान लोकतंत्र, दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध आगे और मजबूत होंगे.

भारत के लिए सच्चा प्रेम है.
सबसे पहले मोदी ने बराक ओबामा को सवालों का मतलब समझाया. जबकि ओबामा ने अपने भाषण की शुरुआत नमस्ते से की. इसके बाद मोदी ने एक श्रोता का सवाल ओबामा से पूछा कि आप बेटियों के साथ इंडिया का अनुभव कैसे शेयर करेंगे. ओबामा ने कहा कि एग्जाम की वजह से मेरी बेटियां इंडिया नहीं आ सकीं. बेटियों के मन में भारत के लिए सच्चा प्रेम है. मैं उनसे कहूंगा की हकीकत में भारत ऐसा ही है, अगली बार उन्हें इंडिया लेकर आऊंगा. इस दौरान ओबामा ने यह भी कहा कि भारत के लोगों से सीधे बात करना बेहद खास रहा.


लोगों को भी जरूर पढ़ना चाहिए

इसके बाद एक श्रोता ने मोदी से एक बार अमेरिकी दौरे में व्हाइट हाउस के बाहर खड़े होने का अनुभव भी पूछा. इसके अलावा मोदी से सवाल पूछा गया कि अमेरिका की कौन सी हस्ती आपको पसंद है? इस पर मोदी ने जवाब दिया मुझे मैंने बेंजामिन फ्रैंकलिन की जीवनी पढ़ने में बहुत अच्छी लगी है. मैं उनसे प्रभावित रहा हूं. बेंजामिन एक सामान्य परिवार से थे, उन्होंने अमेरिका पर प्रभाव छोड़ा है. ऐसे में मुझे लगता कि आप लोगों को भी जरूर पढ़ना चाहिए. इस कार्यक्रम के अंत में नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ओबामा का आभारी हूं कि उन्होंने अपना कीमती समय दिया है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh