सुनकर अटपटा जरूर लगेगा लेकिन ये सच है कि एक बेटी की चाहत में एक व्‍यक्ति ने अपने मासूम बेटे की निर्मम हत्‍या कर दी. ये दिल दहला देने वाली घटना गाजियाबाद की है. खबर है कि गाजियाबाद के साहिबाबाद में इस घटना को अंजाम दिया गया. यहां ज्ञानी बॉर्डर इलाके में रवि नाम के एक व्यक्ति ने बेटी की चाहत में अपने तीन साल के मासूम बेटे को मौत के घाट उतार दिया.

खुद पहुंचा पुलिस के पास
अपने तीन सान के बेटे अंशुल की हत्या करने के बाद रवि खुद पुलिस चौकी पहुंचा. वहां पहुंचकर उसने खुद ही अपना गुनाह भी कबूल किया. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. फिलहाल रवि को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि ज्ञानी बॉर्डर इलाके के गौतम विहार के प्लाट नंबर-12 में रवि नाम का व्यक्ति अपनी पत्नी वर्षा और तीन साल के बेटे अंशुल के साथ रहता था. बताते चलें कि रवि सूर्यनगर के एक बुटीक में काम करता है. पुलिस के पास पहुंचकर रवि ने उनको बताया कि आठ साल पहले वर्षा से उसकी शादी हुई थी. पुलिसिया जांच में यह बात सामने आई है कि बेटी प्रेम में रवि अपनी पत्नी पर दूसरे बच्चे को लेकर दबाव बना रहा था.
नशे का लती था रवि
अभी एक ही छोटा बच्चा होने के कारण वर्षा दूसरा बच्चा इतनी जल्दी नहीं करना चाह रही थी. इसको लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था, आये दिन दोनों में मारपीट भी होती थी. पुलिसिया जांच में सामने आ रहा है कि रवि शराब और गांजे का आदी है. नशा लेने के बाद वह अपनी पत्नी को मारता-पीटता था. पूरे मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि बेटे की हत्या करके रवि चुपचाप घर से बाहर निकल गया.
क्या कहना है मनोवैज्ञानिक का
मामले को लेकर एक वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी का कहना है कि जिस तरह से पूरी घटना को अंजाम दिया गया है, वह मेंटल डिसऑर्डर का मामला लग रहा है. मेंटल डिसऑर्डर इंसान को अंदर ही अंदर तोड़ देता है. उन्होंने बताया कि इस बीमरी के बाद व्यक्ति को न तो कुछ अच्छा और न ही कुछ बुरा समझ में आता है. तनाव या किसी भी बात को बार-बार सोचकर वह इस प्रकार के कृत्य को अंजाम देने पर मजबूर हो जाता है.

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Posted By: Ruchi D Sharma