ड्रग ट्रैफकिंग के चार्ज में ममता कुलकर्णी केन्या में हसबेंड सहित डिटेन
ड्रग ट्रैफकिंग के मामले में बॉलीवुड में 90 के डिकेट में सेक्स सिंबल के तौर पर फेमस ममता कुलकर्णी को केन्या में पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है. जबकि उनके हसबेंड विकी गोस्वामी को अरेस्ट कर लिया गया है. केन्या के मोम्बासा में दोनों का पोर्ट पुलिस स्टेशन में सीरियस इन्वेस्टिगेश किया गया. इसके बाद पुलिस ने विकी को ड्रग्स स्मगलिंग के चार्ज में अरेस्ट कर लिया. लास्ट संडे को उन्हें यूनाइटेड स्टेट ड्रग इनफोर्समेंट एजेंसी (DEA) और मोम्बासा पुलिस विभाग के ज्वाइंट ऑपरेशन में अरेस्ट किया गया. अब इस मामले से एफबीआई भी जुड़ गई है और यह इवेस्टीगेशन तीन कान्टीनेंटस तक फैल चुका है.
इस ऑपरेशन में चार लोगों को अरेस्ट किया गया. जिसमें सबसे बड़ा नाम बकताश अकाशा का है, जो केन्या के रिनाउंड ड्रग माफिया के तौर पर जाना जाता है. कोर्ट ने ममता के हसबेंड विकी को बकताश अकाशा का साथी डिक्लेयर किया है. 'घातक', 'करण अर्जुन' और 'बाजी' जैसी फिल्मों से फेमस हुई बोल्ड एक्ट्रेस ममता पिछले एक डिकेट से लाइमलाइट से गायब थीं और उन्होंने स्प्रिच्युएलिटी पर "ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी" नाम की बुक भी लिखी है. लास्ट ईयर वो एक साध्वी के गेटअप में लोगों के सामने आयी थीं.
पर ममता की सामने आने वाली लाइफ हिस्ट्री उन्हें इसके बिलकुल अपोजिट लाइट में दिखाती है. ममता के हसबेंड विकी को एक ड्रग स्मगलर बताया जाता है. उसे दुबई में लाइफ इंप्रिजनमेंट भी दिया गया था लेकिन उसने जेल में ही इस्लाम कबूल लिया जिसके चलते उसकी सजा कम कर दी गई. विकी ने ममता से शादी भी इस्लामिक रीच्युल्स से की थी. दुबई में उम्रकैद 25 साल की होती है, लेकिन प्रिजनर सजा कम करने की रिक्वेस्ट कर सकता है. साथ ही जेल में गुड बिहेवियर, कुरान का रेसिटेशन, इस्लाम एक्सेप्ट करने से भी सजा कम करने का लॉ है. अपनी मर्सी पिटीशन को स्ट्रांग करने के लिए विकी ने इस्लाम एक्सेप्ट किया था और फिर जेल में इस्लामी तरीके से निकाह किया था, जिसके बाद उसे रिलीज कर दिया गया.
दिसंबर 2012 में वो दुबई कोर्ट के ऑर्डर पर इंडिया आया था फिर कीनिया चला गया. इंडिया में कोई केस नहीं होने की वजह से यहां उसकर मूवमेंट इजी है. अब उसे बकताश के भाई इब्राहिम और पाकिस्तानी सिटीजन गुलाम हुसैन के साथ अरैस्ट किया गया है. इस मामले को केन्या में एक सबसे बड़े ड्रग स्मगलिंग ग्रुप का भंडाफोड़ कहा जा रहा है. हालांकि ममता कुलकर्णी को अरेस्ट करके उनसे पूछताछ की गई है, लेकिन अभी तक केन्या पुलिस और डीईए ने उनके मामले में किसी तरह के चार्जेस का खुलासा नहीं किया है.