प्रियंका गांधी के नॉमिनेशन के टाइम दरवाजे से झांक रहे थे मल्लिकार्जुन खड़गे, आखिर क्यों? भाजपा ने पूछा सवाल
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। वायनाड उपचुनाव को लेकर प्रियंका गांधी बुधवार को अपना नॉमिनेशन कराने डीएम ऑफिस पहुंची। नॉमिनेशन के टाइम उनके साथ मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस के कई सीनियर नेता भी ऑफिस में मौजूद थे। ऐसे में प्रियंका के नॉमिनेशन के टाइम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। इस वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नॉमिनेशन के टाइम पर दरवाजे के बाहर से अंदर की तरफ झांकते नजर आ रहे हैं। खड़गे के इस वीडियो को बीजेपी के कई नेताओं ने शेयर करते हुए कांग्रेस पर एक बार फिर मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान करने का आरोप लगाया है।
It&यs deeply disheartening to witness the disrespect shown towards a veteran Parliamentarian and Dalit leader like Shri @kharge Ji by the so-called Holy Trinity in Wayanad today.
Whether it&यs the President of AICC or PCC, does the Family take pride in humiliating those they treat… pic.twitter.com/FCnKOloaxz
वरिष्ठ नेता के साथ ऐसा व्यवहार- हिमंत बिस्वा सरमा
कांग्रेस अध्यक्ष के इस वीडियो को शेयर करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा- यह देखकर बड़ा बुरा लगता है कि एक इतने वरिष्ठ नेता के साथ ऐसा व्यवहार किया गया है। बात चाहे AICC की हो या फिर PCC के अध्यक्ष की, परिवार को क्या इस तरह से किसी को अपमानित करना अच्छा लगता है, उन्हें क्या सिर्फ एक रबर स्टांप की तरह इस्तेमाल करना है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी वीडियो पर रिएक्ट करते हुए लिखा- जब फर्स्ट फैमिली प्रियंका वाड्रा जी वायनाड से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नॉमिनेशन कर रहीं थीं, तब आप कहां गए थे खड़गे साहब? बाहर खड़े कर दिए गए थे, क्योंकि वह परिवार का हिस्सा नहीं हैं। सोनिया परिवार के अहंकार और अधिकारी की वेदी पर आत्मसम्मान और गरिमा की बलि चढ़ गई। इसके साथ ही उन्होंने लिखा- जरा सोचिए कि अगर ये वरिष्ठ नेता और पार्टी के अध्यक्ष के साथ ऐसा करते हैं, तो ये वायनाड के लोगों के साथ कैसा बर्ताव करेंगे।
कांग्रेस ने क्या दिया जवाब
बीजेपी के इन तमाम आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए कहा, असलियत यह है कि नामांकन के टाइम डीएम के कमरे में प्रत्याशी को मिलाकर सिर्फ पांच लोग बैठ सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, जब खड़गे जी, सोनिया जी और राहुल जी वहां पहुंचे, तो पहले ही कुछ लोग बैठे थे। जैसे ही वो कमरे से निकले, उसी वक्त खड़गे जी, सोनिया जी और राहुल जी अंदर आए और खड़गे जी प्रथम पंक्ति में बैठे। सोनिया जी सीपीपी की अध्यक्ष होने के बावजूद पीछे बैठीं।"