ओस से बनाई जाती है यह खास बनारसी मिठाई
कैसे बनाई जाती है ये मिठाईइस मिठाई को बनाने के लिए सबसे पहले कच्चे दूध को बड़े-बड़े कड़ाहों में खौलाया जाता है। फिर इसके बाद रात में उस खौले दूध को खुले आसमान के नीचे रख दिया जाता है। पूरी रात ओस पडऩे की वजह से इसमें झाग पैदा होता है। सुबह दूध को मथनी से मथा जाता है। फिर इसकेबाद छोटी इलायची, केसर एवं मेवा डालकर पुन: मथा जाता है। इसकी विशेषता यह है कि इसे कुल्हड़ में डालकर बेचा जाता है।
यह रामबाण मिठाई सर्दियों में केवल 3 महीने ही मिलती है। जितनी अधिक ओस पड़ती है उतनी ही इस मिठाई की गुणवत्ता बढ़ती है। इसकी बिक्री सुबह से प्रारम्भ होती है और 12 बजे तक सारा स्टॉक खत्म हो जाता है। उसके बाद मलाई खाने के लिए अगले दिन का ही इंतजार करना पड़ता है। यह मिठाई सबसे अधिक गंगा के किनारे बसे मोहल्लों में ही बिकती है। यहां के स्थानीय निवासी ही नही बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक भी इसके बहुत शौकीन हैं।यह भी पढ़ें : आईस्क्रीम का कुछ ऐसे बना वर्ल्ड रिकॉर्डWeird News inextlive from Odd News Desk