मलाइका ने बताया सबसे पहले किसने पहचाना था उनके डांस का हुनर
मुंबई(ब्यूरो)। पहली बार जज बनने और अब जज होने में खुद में क्या फर्क महसूस करती हैं?शुरुआत में जज बनने पर मैं डरी हुई थी कि शो कैसा जाएगा? कब क्या बोलना है? जज होना जिम्मेदारी का काम है। बहुत सारी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। प्रतिभागियों को क्या राय देनी है? नसीहत कितनी मददगार हो सकती है? जैसी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। बहरहाल, अब डर निकल चुका है। अब मुझे मजा आता है।
मुझे बचपन से डांस का शौक था। मेरी डांस की प्रतिभा को मेरी मां ने पहचाना था। उन्होंने ही मुझे प्रोत्साहित किया था, वरना मैंने गायन में हाथ आजमाने की कोशिश की थी। मां ने कहा कि मेरी आवाज सुरीली नहीं है। मुझे डांस पर फोकस करना चाहिए। उनकी पारखी नजरों ने मेरी प्रतिभा का सही आकलन किया था।
बतौर महिला बिजनेसमैन कैसा अनुभव रहा है?मुझे गर्व की अनुभूति होती है। मुझे लगता है कि मैंने कुछ उपलब्धि हासिल की है। बतौर महिला मैं अपने सपनों को अंजाम दे पाई। मैं उसे अपने बलबूते पर कर पाई। मगर हां, अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनों के सपोर्ट की आवश्यकता होती है। वह मुझे मेरे परिवार से पूरा मिला।
मेरा बेटा 16 साल का है। वह अपने करियर की दिशा तय कर रहा है। अगले कुछ वर्षों में वह अपनी राह चुन लेगा। मगर हां, उसे क्रिएटिव चीजों से काफी लगाव है। उसमें काफी वक्त देता है।
आपका जन्मदिन 23 अक्टूबर है। जन्मादिन की सबसे खूबसूरत याद क्या है? मुझे परिवार और दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाना पसंद है। इस साल मैं शो की शूटिंग में रहूंगी। जन्मदिन पर काम करना संतुष्टि देता है। सेट पर सब आपको खास होने का एहसास कराते हैं। मुझे वह माहौल अच्छा लगता है। ये भी पढ़ें: शरमन जोशी ने बताया 'गोलमाल' सीरीज से बाहर होने की वजह