महाशिवरात्रि 2019: राशि अनुसार भगवान शिव को ये चीजें करें अर्पित, जल्द पूरी होगी मनोकामनाएं
इस वर्ष महाशिवरात्रि 04 मार्च दिन सोमवार को है। इस दिन लोग देवों के देव महादेव की आराधना करते हैं और उनको प्रसन्न करने के लिए विधिवत पूजा—अर्चना करते हैं। अगर राशि के अनुसार भगवान शिव की विशेष पूजा करें तो आपकी मनोकमनाएं जल्द पूरी हो सकती हैं।
आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा से कि महाशिवरात्रि के दिन राशि के अनुसार भगवान शिव की आराधना कैसे करें और उनको क्या अर्पित करें। मेष राशि: अगर मेष राशि के लोगों को किसी प्रकार की मानसिक समस्या रहती है अथवा किसी प्रकार का तनाव है या कार्य क्षेत्र में हानि हो रही है तो वह लोग शिवरात्रि पर शिवलिंग पर बिल्ब पत्र पर सफेद चन्दन से श्री राम लिखें, फिल जल से अभिषेक कर अर्पण सामग्री अर्पित करें। फिर ऊँ नमः शिवाय के उच्चारण के साथ प्रत्येक बिल्ब पत्र अर्पित करें।वृषभ राशि: इस राशि वाले किसी विशेष कार्य की सिद्धि के लिए दूध-दही से अभिषेक करें। सर्वप्रथम शिवलिंग पर दही से अभिषेक करें, फिर सादा जल से, फिर शहद से, फिर पुनः जल से, फिर शक्कर से, फिर पुनः जल से, फिर दूध मिश्रित जल की धारा के साथ द्वादश ज्योतिर्लिंग के मंत्रों का उच्चारण करें। इसके बाद सफेद चन्दन से तिलक करें, फिर श्रृगांर का इत्र लगाएं।
मिथुन राशि: इस राशि का स्वामी बुद्ध है, जो कि चन्द्र का प्रबल शत्रु है, इसलिए धन प्राप्ति के लिए शिवरात्रि में शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें। अभिषेक कराते समय ऊँ नमः शिवाय कालं महा काल कालं कृपालं ऊँ नमः का जाप करते रहें।कर्क राशि: इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है। जो शिव जी का परम प्रिय आभूषण है, इसलिए कभी भी इस राशि वालों को किसी प्रकार की समस्या से मुक्ति पाने के लिए शिव रात्रि पर शिवलिंग को दूध, गंगाजल व मिश्री से अभिषेक कराना चाहिए। अभिषेक के साथ ऊँ चन्द्रमौलेश्चर नमः का जाप करते रहना चहिए।तुला राशि: इस राशि का स्वामी शुक्र है, इसलिए किसी प्रकार की समस्या से बचने के लिए एवं भोले भण्डारी की कृपा प्राप्त करने के लिए दही एवं गन्ने के रस से शिवलिंग को अभिषेक कराना चाहिए। तत्पश्चात गरीबों में थोड़ी मिश्री का दान अवश्य करना चहिए।
वृश्चिक राशि: इस राशि का स्वामी मंगल है, इसलिए शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर तीर्थ स्थान के जल, दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक कराएं एवं बाद में लाल चन्दन से तिलक करें।कुंभ राशि: इस राशि वालों को शारीरिक कष्ट, विघ्न—बाधाओं को दूर करने के लिए शिवरात्रि पर घी, शहद, शक्कर और बादाम के तेल से अभिषेक के बाद नारियल के जल से स्नान कराना चाहिए। हर श्रृंगार के इत्र लगाने के बाद सरसों के तेल से तिलक कर पुनः रोली से तिलक कर नीले पुष्प अर्पित करें। अभिषेक के समय ऊँ नमः शिवाय अथवा ज्योतिर्लिंग के मंत्र या फिर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।
मीन राशि: इस राशि के स्वामी गुरू होते हैं, इसलिए इस राशि के जातकों को कच्चे दूध में केसर व तीर्थ जल मिलाकर अभिषेक कराना चाहिए। अभिषेक के बाद केसर व हल्दी से तिलक करना चाहिए। फिर पीले पुष्प नागकेसर के साथ केसर के रेशे अर्पित करें, अभिषेक कराते समय ऊँ नमः शिवाय गुरू देवाय नमः ऊँ का जाप करना चाहिए।महाशिवरात्रि 2019: ऐसे भगवान शिव की आराधना से पूर्ण होंगी मनोकामनाएं, जानें पूजा विधि और सामाग्रीमहाशिवरात्रि 2019: दुर्लभ योग में पड़ रही है शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व