आईएएस ट्रेनी पूजा खेड़कर की मां मनोरमा खेड़कर को महाड के एक होटल से हिरासत में लिया है। मनोरमा खेड़कर के खिलाफ भूमि विवाद को लेकर कथित तौर पर बंदूक दिखाकर कुछ लोगों को धमकाने के मामले में एफआईआर दर्ज है।


पुणे (एएनआई)। आईएएस ट्रेनी अधिकारी पूजा खेड़कर की मां मनोरमा खेड़कर को भूमि विवाद को लेकर कथित तौर पर बंदूक दिखाकर कुछ लोगों को धमकाने के मामले में हिरासत में लिया है। मनोरमा खेड़कर को महाड के एक होटल से हिरासत में लिया है। पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने पुष्टि करते हुए कहा कि हम उनसे पूछताछ करेंगे और आगे की कानूनी कार्रवाई करेंगे। वह महाड के एक होटल में पाई गई है।पिस्तौल लहराने का वीडियो वायरलइससे पहले, 13 जून को, पूजा खेड़कर की मां मनोरमा खेड़कर को लाइसेंसी बंदूक के दुरुपयोग के लिए पुणे पुलिस से कारण बताओ नोटिस मिला था। पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने अहमदनगर के भालगांव गांव की सरपंच मनोरमा द्वारा तीखी बहस के दौरान पिस्तौल लहराने के एक वायरल वीडियो के बाद नोटिस जारी किया। उनसे 10 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।


स्थानीय किसान ने की थी शिकायत

मनोरमा और अन्य लोगों द्वारा धमकी दिए जाने का आरोप लगाने वाले एक स्थानीय किसान की शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ आर्म एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। बुधवार को, पुणे पुलिस ने पूजा को एक नोटिस जारी किया, जिसमें पुणे के जिला कलेक्टर सुहास दिवसे के खिलाफ उनकी उत्पीड़न की शिकायत के संबंध में बयान दर्ज करने के लिए उपस्थिति का अनुरोध किया गया। दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायतपूजा के गुरुवार को अपना बयान देने की उम्मीद है। यह पूजा द्वारा वाशिम पुलिस के पास दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत के बाद किया गया है, जिसके कारण उन्हें मंगलवार को महाराष्ट्र राज्य सरकार के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से हटा दिया गया था। इसके बाद, उन्हें मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वापस बुला लिया गया, जिससे उनका प्रशिक्षण रोक दिया गया।पूजा ने मांगी थी ये सुविधाएंमहाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा ने यूपीएससी परीक्षा में एआईआर 841 हासिल की है। वह हाल ही में लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का अपनी निजी ऑडी कार पर इस्तेमाल के बाद विवादों में आ गई थीं। इसे साथ ही उन्होंने जैसे एक अलग केबिन, कार, क्वार्टर और एक चपरासी जैसी सुविधाएं मांगी जो आईएएस में प्रोबेशनरी अधिकारियों को उपलब्ध नहीं हैं।

Posted By: Shweta Mishra