लोकसभा चुनाव 2019 : यह चुनाव आशा बनाम अवसरवाद का है
-रविशंकर प्रसाद व भूपेंद्र यादव ने 5 वर्षो की उपलब्धि गिनाई, भविष्य की योजना बताई
patna@inext.co.inPATNA : यह चुनाव आशा बनाम अवसरवाद का है. यह तंज बीजेपी नेता और पटना साहिब से लोकसभा कैंडिडेट रविशंकर प्रसाद ने कसा. दरअसल वे शत्रुघ्न सिन्हा से जुड़े सवाल का जवाब दे रहे थे. रविशंकर प्रसाद और बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़ा है. दोनों नेता मंगलवार को बीजेपी कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा का घोषणा पत्र जहां राष्ट्रीय संकल्प की बात करता है, वहीं कांग्रेस का घोषणा पत्र देश को कमजोर करने की बात करता है. कांग्रेस की न्याय योजना पूरी तरह से जुमला है. पहली बार ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस ने न्याय की बात की है. उन्होंने कहा इंदिरा गांधी ने कभी कहा था गरीबी हटाओ, गरीबी हटी क्या? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा जो कहती है वह कर दिखाती है.
इतना पैसा कहां से निकल रहाकांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए रविशंकर ने कहा कि जो लोग ईडी और इनकम टैक्स की कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल उठा रहे हैं राहुल गांधी को ऐसे लोगों को बताना चाहिए कि मध्यप्रदेश में इतना पैसा कहां से निकल रहा है. राहुल गांधी, सोनिया गांधी रॉबर्ड वाड्रा जैसे लोग खुद भ्रष्टाचार के मामले में बेल पर हैं, उन्हें प्रधानमंत्री पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं.
राम मंदिर आस्था का मुद्दाराम मंदिर पर रविशंकर ने कहा कि राम मंदिर हमारा चुनावी मुद्दा नहीं. यह हमारी आस्था का मामला है. 70 साल पुराने इस विवाद का समाधान संवैधानिक रूप से होगा. शत्रुघ्न सिन्हा से जुड़े प्रश्न पर कहा कि यह चुनाव आशा बनाम अवसरवाद का है. भूपेंद्र यादव ने बीजेपी की ओर से सोमवार को जारी संकल्प पत्र का हवाला देकर पिछले 5 वर्षो में किए गए कार्य और आने वाले समय में होने वाले कार्यो के बारे में बताते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने पांच वर्षो तक सफलता पूर्वक कार्य किया. अगले 5 वर्ष के लिए जो संकल्प भाजपा ने जन सहयोग से तैयार किए है उन्हें अमल में लाना हमारा पहला ध्येय होगा. उन्होंने कहा संकल्प पत्र में 75 ऐसे लक्ष्य है जिन्हें सौ फीसद पूरा किया जाएगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि संकल्प पत्र में किए गए वादों को निभाना ही हमारा संकल्प है.