लोकसभा चुनाव 2019 : रंगों के बाद ऐसे हुई टिकटों की बौछार
- भाजपा ने 28 प्रत्याशी किए घोषित तो बसपा ने भी की शुरुआत
- राजा भैया का जनसत्ता दल भी चुनावी मैदान में, दो टिकट दिए- सपा ने गाजियाबाद में बदला टिकट, राजबब्बर सीकरी से लड़ेंगेlucknow@inext.co.in
LUCKNOW : होली के बाद सियासी दलों ने टिकटों की बौछार करके लोकसभा चुनाव की तैयारियों को तेज कर दिया. गुरुवार देर शाम भाजपा ने यूपी की 28 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की तो इसके अगले दिन बसपा ने भी 11 प्रत्याशियों का ऐलान करके अपना खाता खोला. पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी को चुनाव चिन्ह मिला तो उन्होंने भी अपने दो करीबियों को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला कर लिया. खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी ने गाजियाबाद में अपना प्रत्याशी बदल दिया तो वहीं मुरादाबाद से टिकट पाने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर द्वारा अब फतेहपुर सीकरी से चुनाव लड़ने की चर्चा भी होने लगी.
छह सांसदों के कटे टिकट
भाजपा ने छह सीटों पर अपने सांसदों को दोबारा टिकट नहीं देने का फैसला किया है. इनमें आगरा से सांसद रामशंकर कठेरिया भी शामिल हैं जो वर्तमान में एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष हैं. इसके अलावा दो महिला सांसदों शाहजहांपुर से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री कृष्णाराज और मिश्रिख से अंजूबाला को भी टिकट नहीं दिया गया है. इसी तरह संभल से सतपाल सैनी, हरदोई से अंशुल वर्मा और फतेहपुर सीकरी से बाबूलाल भी टिकट नहीं पा सके. पार्टी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को एक बार फिर अमेठी में आजमाने का फैसला लिया है. बाकी घोषित सीटों पर पुराने सांसदों पर ही भरोसा जताया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर राजधानी से चुनावी ताल ठोकेंगे तो मोहनलालगंज से कौशल किशोर भाजपा का परचम बुलंद करेंगे. योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री संघमित्रा मौर्य को बदायूं से प्रत्याशी बनाया गया है जहां उनका मुकाबला सपा के धर्मेंद्र यादव से होगा. अपने हालिया बयान से विवादों में घिरे केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की नोएडा सीट बरकरार रखी गयी है. इसी तरह हेमा मालिनी मथुरा, संतोष गंगवार बरेली, वीके सिंह गाजियाबाद, संजीव बालियान मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ेंगे. ध्यान रहे कि मुजफ्फरनगर में गठबंधन प्रत्याशी रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह हैं. अपना टिकट पक्का करने के लिए पार्टी को चिट्ठी लिखने वाले साक्षी महराज उन्नाव से ही चुनाव लड़ेंगे.
बसपा ने 11 टिकटों से किया शुभारंभ
भाजपा की पहली लिस्ट के जवाब में बसपा ने भी शुक्रवार को 11 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर चुनावी शंखनाद कर दिया. हैरानी की बात यह है कि सोशल इंजीनियरिंग के बल पर प्रदेश में सरकार बनाने वाली बसपा ने अपनी पहली लिस्ट में किसी भी ब्राहमण प्रत्याशी को शामिल नहीं किया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर सीट से हाजी फजलुर्रहमान, बिजनौर से मलूक नागर, नगीना से गिरीश चंद्र, अमरोहा से कुंवर दानिश अली, मेरठ से हाजी मोहम्मद याकूब, गौतमबुद्धनगर से सतबीर नागर, बुलंदशहर से योगेश वर्मा, अलीगढ़ से अजीत बालियान, आगरा से मनोज कुमार सोनी, फतेहपुर सीकरी से राजवीर सिंह और आंवला से रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए अपने 20 स्टार प्रचारकों के नाम भी घोषित किए हैं जिनमें हाल ही में सुर्खियों में आए मायावती के भतीजे आकाश आनंद का नाम भी शामिल है. मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा के बाद आकाश आनंद को तीसरा अहम स्टार प्रचारक बनाया गया है. इसके अलावा आरएस कुशवाहा, शमसुद्दीन राईन, राजकुमार गौतम, नरेश गौतम, सुरेश कश्यप, महिपाल सिंह माजरा, जनेश्वर प्रसाद, राजकुमार, प्रेमचंद्र गौतम, सतपाल पीपला, डॉ. कमल सिंह राज, मुरारी लाल केन, दिनेश काजीपुर, वीरेंद्र जाटव, रवि जाटव, रणविजय सिंह और पूजन प्रसाद को स्टार प्रचारक बनाया गया है.
सपा ने बदला टिकट
भाजपा द्वारा गाजियाबाद में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाने के चंद घंटों बाद सपा ने अपना प्रत्याशी बदलने का निर्णय ले लिया. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजियाबाद से पूर्व घोषित प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार 'मुन्नी' की जगह पूर्व विधायक सुरेश बंसल को टिकट दिया है. पार्टी के इस फैसले से गाजियाबाद में असंतोष के सुर पनपने लगे हैं. ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई टिकट बदलने से सपा को खासा नुकसान सहना पड़ा था.
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत सहारनपुर से करने का फैसला लिया. उन्होंने इसकी जानकारी ट्वीट करके दी. उन्होंने लिखा 'मां शाकुंभरी के आशीर्वाद से प्रदेश को वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति से मुक्त करने के लिए लकड़ी की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध सहारनपुर से प्रारंभ कर भाजपा के विजय रथ का पथ प्रशस्त करूंगा, मुझे विश्वास है कि यहां की जनता विजय सुनिश्चित करेगी.'
राजा भैया भी मैदान में
सपा सरकार में मंत्री रहे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की नई पार्टी 'जनसत्ता दल' को चुनाव आयोग ने 'फुटबॉल खेलता हुआ खिलाड़ी' चुनाव चिन्ह आवंटित किया जिसके बाद उन्होंने अपने दो करीबी नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला कर लिया. सूत्रों की मानें तो राजा भैया ने अपनी पार्टी से कौशांबी से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार और प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी को चुनाव लड़ाने का इरादा किया है.
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की सीट बदलने की चर्चा ने भी चुनावी समीकरण बदलने का इशारा किया है. कांग्रेस हाईकमान ने राजबब्बर को मुरादाबाद से टिकट दिया है पर उन्होंने अब फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. सूत्रों की मानें तो फतेहपुर सीकरी से राजबब्बर को उतारने की तैयारी भी शुरू हो गयी है. अब तक घोषित टिकटभाजपा- 28सपा- 17बसपा- 11कांग्रेस- 35रालोद- 3प्रसपा- 30