Lockdown-4: केंद्र ने राज्यों के रेड, ऑरेंज, ग्रीन जोन के लिए मापदंडों की सूची जारी की
नई दिल्ली (पीटीआई) Lockdown-4: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रेड, ऑरेंज, और ग्रीन जोन के लिए निर्धारित पैरामीटर स्पष्ट किए हैं जिनमें कि एक्टिव COVID-19 मामले, उनका दोहरीकरण और फेटेलिटी दर प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ध्यान में रखना है। मंत्रालय ने महामारी की रोकथाम और बफर जोन के परिसीमन के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए जो उन क्षेत्रों में लागू किये जाने हैं जहां बीमारी के एक दूसरे में ट्रांसफर होने की चेन को तोड़ता है।
पत्र लिख कर दी जानकारीराज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने कहा कि राज्य अपने हिसाब से जिलों या नगर निगमों को हॉटस्पॉट, रेड, ऑरेंज, और ग्रीन जोन में कैटेगराइज्ड कर सकते हैं। वे हालांकि, इन कैटेगरी को अपने हिसाब से उप-प्रभाग, वार्ड या किसी अन्य उपयुक्त प्रशासनिक इकाई को इन कलर कोडेड जोन में कैटेगराइज करने का भी चयन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें महामारी के अपने तौर पर विधिवत रूप से केसेज, संपर्कों और उनके प्रभाव के क्षेत्र के भौगोलिक प्रसार को ध्यान में रखना होगा। गृह मंत्रालय ने पहले ही राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए गाइड लाइन जारी कर दिए हैं। ये गाइड लाइन स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को COVID-19 स्थिति को य्यान में रखते हुए रेड, ऑरेंज, और ग्रीन जोन के साझा किए गए मापदंडों को ध्यान में रखते हुए जारी की गई हैं।
खास बातें
अपने पत्र में,सूदन ने विस्तार से बताया कि जोन का सीमांकन कुल एक्टिव केसेज, केसेज की संख्या, सात दिन की अवधि में दोहरीकरण दर, मृत्यु दर, टेस्ट रेशियो (प्रति लाख जनसंख्या पर परीक्षण की संख्या) और नमूने के प्रति लाख जनसंख्या पर आधारित होगा। इनमें नीचे लिखी खास बातें शामिल होंगी। कुल एक्टिव मामलों के लिए महत्वपूर्ण और वांछनीय स्तरों के लिए बेंचमार्क या थ्रेसहोल्ड क्रमशः 200 और शून्य से अधिक या पिछले 21 दिनों में कोई रिपोर्ट किए गए मामले। प्रति लाख आबादी पर सक्रिय मामलों के लिए, महत्वपूर्ण सीमा 15 से अधिक, जबकि सात दिनों की अवधि में गणना की गई दोहरीकरण दर के लिए, महत्वपूर्ण स्तर 14 दिनों से कम और वांछनीय जब 28 दिनों से अधिक हो। मामले की घातक दर के रूप में, छह प्रतिशत से अधिक महत्वपूर्ण और एक प्रतिशत से कम वांछनीय माना जाएगा।परीक्षण अनुपात (प्रति लाख जनसंख्या पर परीक्षणों की संख्या) के लिए महत्वपूर्ण सीमा 65 से कम होगी, जबकि वांछनीय स्तर 200 से अधिक होगा। सेंपल पॉजिटिव दर को महत्वपूर्ण माना जाएगा यदि यह छह प्रतिशत से अधिक है जबकि दो प्रतिशत से कम वांछनीय है। चिकित्सा आपात स्थिति और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को छोड़कर किसी भी मूवमेंट की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, आबादी की अनियंत्रित आमद की अनुमति नहीं है । विशेष गठित टीमें घर-घर निगरानी के माध्यम से मामलों की खोज कर रोकथाम की सख्त कार्रवाई करें। बफर जोन को भी प्रत्येक नियंत्रण क्षेत्र के आसपास परिसीमन करना होगा। बफर ज़ोन मुख्य रूप से वह क्षेत्र होगा जिसमें अतिरिक्त ध्यान की आवश्यकता होती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संक्रमण आस-पास के क्षेत्रों में नहीं फैल सके।