सौरव गांगुली नाम एक तो खूबियां अनेक. प्यार से हम इन्हें दादा कहते हैं इनका बल्ला भी बोलता है तो गेंद भी जादू बिखरने में कामयाब होता है. अब खबर आ रही है कि उन्हीं के टिप्स पर बांग्लादेशी टीम मैदान पर उतर सकती है.

एक वक्त था जब क्रिकेट मतलब दादा यानि सौरव गांगुली हुआ करते थे. उनका बल्ला बोला करता था तो कप्तानी का डंका पूरे वर्ल्ड में बजा करता था. खबर आ रही है कि वे बांग्लादेश टीम के कोच बन सकते हैं.


दादा को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उनकी टीम के बल्लेबाजी कोच बनने का प्रस्ताव दिया है. बांग्लालदेश बोर्ड ने इस खबर की पुष्टि भी कर दी है कि वो दादा को अपने साथ जोड़ना चाहते हैं. जल्दह ही वे दादा को एक औपचारिक पत्र भेजेंगे.



बांग्लादेश बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद जलाल यूनुस के मुताबिक वे दादा की काबीलियत का लाभ उठाना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि देश की नेशनल टीम दादा के सानिध्य  में क्रिकेट सीखे. उन्होंने बताया कि बोर्ड ने पहले भी दादा के सामने कई बार ऑफर रखा था, लेकिन दादा ने निजी कारणों से तब इंकार कर दिया था.
यूनुस को पूरा भरोसा है कि इस बार सौरव गांगुली इंकार नहीं करेंगे. उन्हों ने कहा कि अगर दादा को फुल टाइमर कोच बनने में समस्या हो तो वे बैटिंग कोच ही बन कर काम कर सकते हैं.

Posted By: Kushal Mishra