जब शेर ने दर्शकों के सामने मारा शेरनी को !
रविवार को डलास राज्य के इस चिड़ियाघर में इस शेर ने पाँच साल की शेरनी जोहरी का गला दबोच कर मार डाला.शेरनी के पोस्टमार्टम में पता चला है कि उसकी मौत गले के घाव और अधिक ख़ून बह जाने से हुई है .चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि शेर और शेरनी, दोनों मानवीय देखरेख में पैदा हुए थे और सालों से शांतिपूर्ण तरीके से एक साथ रह रहे थे.अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कोई अंदाज़ा नहीं है कि शेर ने शेरनी जोहरी पर हमला क्यों किया.चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि शेर को मारने का उनका कोई इरादा नहीं है.घटना का वीडियो
एक दर्शक के बनाए गए वीडियो में शांत दिखता हुआ शेर, शेरनी के गले को अपने जबड़े में दबोच लेता है.एक प्रत्यक्षदर्शी जिम हार्वे ने स्थानीय समाचार डब्लूएफएए को बताया, "पहले सभी को लगा कि वो दोनों खेल रहे हैं लेकिन फिर उन्होंने देखा कि शेरनी अपने को छुड़ाने के लिए संघर्ष कर रही थी."
सुरक्षा कर्मियों ने जनता के लिए यह स्थान बंद कर दिया और शेर को वहाँ से हटा लिया गया है .
चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि चिड़ियाघर में मौजूद बाकी चार शेरों पर इस घटना का कोई असर नहीं पड़ा है .'दुर्भाग्यपूर्ण घटना'"नर शेर कभी कभी दूसरे शेरों और शावकों को मार देते हैं लेकिन एक शेरनी को मारना बहुत भी आसाधारण है"-लिन क्रामरचिड़ियाघर में एनिमल ऑपरेशन एंड वेलफेयर की उपाध्यक्ष लिन क्रामर ने कहा," हमारे सभी शेरों की तरह जोहरी भी बहुत अच्छी थी."उन्होंने कहा, "यह बहुत ही असाधारण और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. मेरे 35 साल के कार्यकाल में मैंने ऐसा कभी नहीं देखा."चिड़ियाघर की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "जो के नाम से जानी जाने वाली जोहरी चिड़ियाघर के कर्मचारियों की प्रिय थी और उसका अपनी बहनों के साथ आत्मीय और मधुर संबंध था."लिन क्रामर ने डब्लूएफएए को बताया कि नर शेर कभी-कभी दूसरे शेरों और शावकों को मार देते हैं लेकिन एक शेरनी को मारना बहुत ही आसाधारण है."उन्होंने बताया, "ऐसे हमले के दोबारा होने के संभावना 'बहुत कम' है."