घर पर बैठ कर लोगों को समय खराब करते हुए तो आप ने कई बार देखा होगा पर घर बैठ कर करोड़ों की ठगी करने वाला आप ने नहीं देखा होगा। आप सोच रहे होंगे कि हम मजाक कर रहे हैं। घर बैठ कर कोई कैसे करोड़ों रुपय कमा सकता है। जनाब ये कोई मल्‍टीनेशनल कंपनी नही एक ठग की कंपनी है।


5 हजार से 50 हजार तक थी सदस्यता शुल्कयूपी की स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने नोएडा के सेक्टर-63 क्षेत्र से सोशल मीडिया पोर्टल बनाकर लाखों लोगों से मेंबरशिप धनराशि के नाम पर लगभग 37 अरब रुपए की धोखाधडी करने वाले गिरोहों के सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कंपनी में सोशल ट्रेड डॉट बिज में मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए लोगों को सदस्य बनाया था। इसकी सदस्यता 5000 रुपए से शुरू होकर 50 हजार रुपए तक की थी। इसमें 10 फीसदी टैक्स और 5 फीसदी फाइलिंग चार्ज अलग से वसूला जाता था। 5 हजार की सदस्यता 5750 रुपए की होती थी। लाइक से लगाते थे आम आदमियों को चूना
5 हजार पर 10 लाइक रोजाना और 50 हजार पर 100 लाइक। 100 लाइक पर 25 लाइक बोनस के तौर पर मिलते थे। यानी 50 हजार की सदस्यता पर रोजाना 125 लाइक करने पर 625 रुपए आपके खाते में जमा हो जाते थे। इस 625 रुपए पर भी 15 फीसदी टैक्स कटने के बाद हर सप्ताह सदस्य का हिसाब किया जाता है। नए सदस्य जोडऩे पर कमाई बढ़ जाती थी। पुलिस के मुताबिक लोगों को माउस से एक क्लिक से 5 रुपए और फुल टाइम धंधा कर हजारों रुपए कमाने का लालच देकर चूना लगाया जा रहा था।


साढे़ छह लाख लोग हैं कपनी के सदस्यहर सदस्य को अपने नीचे दो और लोगों को जोडऩा होता था। जिसके बाद सदस्य को अतिरिक्त पैसे मिलते थे। उन्होंने बताया कि कंपनी अपने विज्ञापन खुद डिजाइन कर पोर्टल पर डालती थी।  सदस्यों से लिये गये पैसे को उन्हीं को वापस करती थी। कंपनी के ग्राहकों की संख्या 100-200 या फिर 1000-2000 नहीं बल्कि साढ़े 6 लाख है। सदस्यों से लिए गए पैसे को उन्हीं को वापस करती थी। प्रवर्तन एजेंसी से बचने के लिए यह कथित कंपनी लगातार नाम बदल रही थी। सोशल ट्रेड विज फिर फ्री हब डॉटकाम से इंटामाट डॉटकाम, थ्री डब्ल्यू डॉटकाम के नाम से यह कंपनी लोगों से फर्जीवाड़ा कर रही थी। कंपनी के 500 करोड़ रुपये हुये फ्रीज

एसटीएफ ने गिरोह के तीन सदस्यों को पकडने के बाद गाजियाबाद स्थित केनरा बैंक की शाखा में कंपनी के तीन विभिन्न खातों में लगभग 500 करोड रुपए फ्रीज किए गए हैं। इसके अलावा एसटीएफ कंपनियों से संबन्धित बैलेन्स सीट, निवेशकों की सूची, कंपनियों के कर्मचारियों की सूची और बैंक खातों की सूची के साथ बेवसाइट निवेशकों के बेवसाइट यूआरएल की सूची, निवेशकों द्वारा कंपनी को की गई शिकायतों की सूची और बैंक खातों में जमा कराई गई धनराशि के ट्रान्जेक्शन की सूची बना रही है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra