लीबिया: लड़ाकों के खिलाफ़ प्रदर्शन में 31 लोग मारे गए
अधिकारियों का कहना है कि लड़ाकों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई जिसकी वजह से 31 लोग मारे गए.ये प्रदर्शनकारी मिसराता के लड़ाकों के मुख्यालय की ओर बढ़ रहे थे और उनसे त्रिपोली से चले जाने के लिए कह रहे थे.इस घटना के कुछ घंटे बाद सेना उस जगह पर आई जहां लड़ाके छिपे हुए थे.लीबिया की सरकार इन लड़ाकों पर लगाम कसने के लिए जूझती रही है जो देश के कई हिस्सों पर अपना नियंत्रण रखते हैं.प्रधानमंत्री अली ज़ीडान ने कहा कि सभी लड़ाकुओं को त्रिपोली छोड़ना पड़ेगा. उनके इस संबोधन का टेलीविज़न प्रसारण भी हुआ.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की घटना के एक घंटे बाद हथियारबंद लोगों ने लड़ाकों के मुख्यालय पर धावा बोला और कुछ इमारतों में आग लगा दी.बताया जाता है कि सेना के वाहन भी वहां पहुंचे और उन्होंने हिंसा पर काबू पाने का प्रयास करते हुए रास्ते बंद कर दिए.
पिछले महीने ज़ीडान को एक लड़ाकू गुट ने त्रिपोली में कुछ देरे के लिए बंधक भी बना लिया था.पूर्व तानाशाह शासक कर्नल ग़द्दाफ़ी को लीबिया से हटाए दो वर्ष हो चुके हैं लेकिन वहां अब तक कोई संविधान नहीं है. धर्मनिरपेक्ष और इस्लामी ताकतों के बीच भी गहरे मतभेद हैं.