लापता विमान: अंतिम शब्द थे 'गु़ड नाइट मलेशिया'
इसके मुताबिक अंतिम कहे गए शब्द थे- "शुभ रात्रि मलेशिया तीन सात शून्य." इससे पहले बताया गया था कि अंतिम बार "सब ठीक है. शुभ रात्रि" कहा गया था.मलेशिया के परिवहन मंत्री ने बताया कि ये फॉरेंसिक जांच से पता चलेगा कि क्या ये शब्द पायलट के थे या सह-पायलट के.आठ मार्च को लापता हुए इस विमान पर 239 लोग सवार थे और ये कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था.इस विमान से अंतिम बार मलेशियाई समय के मुताबिक रात एक बजकर 19 मिनट पर संपर्क हुआ था.बयान में बदलावबीबीसी के परिवहन संवाददाता रिचर्ड वेस्टकॉट ने बताया कि अंतिम शब्दों का नया संस्करण अधिक औपचारिक है और आमतौर पर पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल से इसी तरह बात करते हैं.
उनका कहना है कि अभी ये साफ नहीं हुआ है कि आखिर अंतिम बार कहे गए शब्दों में बदलाव क्यों किया गया या अधिकारियों को ये बात बताने में इतना अधिक समय क्यों लगा.
इससे पहले उपग्रहों से मिले चित्रों में हिंद महासागर में उतराते कई टुकड़ों की पहचान हुई थी.खोज दल ने इस टुकड़ों की जांच की, लेकिन अभी तक इनमें से किसी भी टुकड़े की पहचान लापता विमान के अवशेष के तौर पर नहीं हुई है.ब्लैक बॉक्स की तलाशखोज दल अब एक "टोड पिंगर लोकेटर" (टीपीएल) नाम के एक डिवाइस की मदद ले रहा है ताकि फ्लाइट के आंकड़ों को रिकॉर्ड करने वाले 'ब्लैक बॉक्स' के अल्ट्रासोनिक सिग्नलों को सुना जा सके.फ्लाइट रिकॉर्डर से 30 दिनों तक सिग्नल निकलते रहते हैं.इस लापता विमान में चीन के 153 यात्री सवार थे. इस यात्रियों के करीब दर्जन भर रिश्तेदार इस समय कुआलालंपुर में हैं.वो इस बात को लेकर नाराज हैं कि मलेशियाई अधिकारी पूरी जानकारी नहीं दे रहे हैं.मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा कि सरकार जल्द ही इन परिवारों घटना की पूरी जानकारी देने के लिए बुलाएगी. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी मौजूद होंगे, जो पूरे अभियान के तकनीकी पहलू को बताएंगे.उन्होंने बताया कि इस आयोजना का बीजिंग में दूसरे परिवारों के लिए सीधा प्रसारण भी किया जाएगा.
हुसैन ने कहा कि मलेशिया ये जानकर ही रहेगा कि आखिर उड़ान संख्या एमएच370 के साथ क्या हुआ.