दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं। ऐसे ही एक शख्‍स हैं लामा छुटलिन छोंजोर जिनकी उम्र तो 66 साल है। लेकिन गांव वालों को आने-जाने में तकलीफ न हो इसलिए पहाड़ काटकर खुद ही सड़क बना डाली। पढ़िए इनकी कहानी...



यह सड़क करीब 26 किलोमीटर लंबी है। दारचा से शिंकुला दर्रा होकर गुजरने वाली इस सड़क को जम्मू कश्मीर के कारगिल जिला के उपमंडल जंसकर के पहले गांव करग्या तक बनाया गया है। पहली बार लामा छोंजोर जीप लेकर करग्या गांव पहुंचे। यहां पहुंचने से लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है।
 

लामा ने बताया कि जंसकर के लोग वर्षों से पैदल शिंकुला दर्रा पार अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए हिमाचल का रुख करते आ रहे हैं। लेकिन अब पहली बार गांव तक सड़क बन जाने से बॉर्डर के लोगों को राहत मिलेगी।

दारचा-शिंकुला-पदुम सड़क के निर्माण का जिम्मा सीमा सड़क संगठन के दीपक विंग के पास है। बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण की रफ्तार बेहद धीमी होने के कारण लामा छोंजोर ने खुद ही सड़क निर्माण का जिम्मा उठाया।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari