गुलाबी झील का सच हैरत में डाल देगा आपको
ऐसी है ये झील वैसे ऑस्ट्रेलिया की एक यादगार निशानी के बारे में सोचें तो हमारे दिमाग में सबसे पहले ग्रेट बैरियर रीफ का नाम आता है। वहीं क्या आपको पता है कि इस बैरियर रीफ के अलावा कुछ और भी है जो टूरिस्ट्स को यहां खींच लाता है। ये है यहां की पिंक लेक। यानी की गुलाबी झील। ये गुलाबी झील पूरी दुनिया में अपने गुलाबी रंग के पानी को लेकर मशहूर है। पढ़ें इसे भी : जुहू बीच पर आईं ये कैसी चमकीली नीली लहरें, कहीं ये...बेहद छोटी है ये झील
इस झील के बारे में बात करें तो अन्य झीलों के मुकाबले ये बेहद छोटी है। इसका क्षेत्रफल सिर्फ 600 मीटर है। इस झील के चारों ओर पेपरबार्क और यूकेलिप्टस के पेड़ लगे हुए हैं। इन सबके बीच में इस झील को लोग इसके रंग के कारण देखने आते हैं। अब सवाल ये उठता है कि इस झील में पानी का रंग आखिर गुलाबी कैसे होता है। आइए जानें...।
इस झील का पानी गुलाबी हो जाता है। इसके पीछे बड़ी वजह है एल्गी और बैक्टीरिया। एल्गी और बैक्टीरिया होने के कारण इस झील में पानी का रंग गुलाबी हो जाता है। आमतौर पर एल्गी और बैक्टीरिया इंसानों और अन्य जीवों के लिए भी नुकसान दायक होते हैं। इसके बावजूद ये बैक्टीरिया किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। इसके अलावा डेड सी के बारे में भी आपने सुना ही होगा। डेड सी की ही तरह इस झील में भी नमक की क्वांटिटी बहुत ज्यादा है। इस वजह से ये एक सलाइन लेक है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या ये झील तैराकी के लिए सुरक्षित है। यहां बताना जरूरी होगा कि कोई भी बेफिक्र होकर इसमें तैराकी कर सकता है। पढ़ें इसे भी : 50 फुट लंबा जीव देखने लोग जुटे समुद्र किनारेWeird Newsinextlive fromOdd News Desk