पाकिस्तानी टीवी चैनल पर न्यूज एंकर बन इस ट्रांसजेंडर ने रचा इतिहास, जानिए कौन है 'मार्विया मलिक'
पाकिस्तान में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को मिला ऐसा जॉब
इस्लामाबाद: कट्टरपंथी देश के रूप में दुनिया में विख्यात पाकिस्तान में आज वो घटना हुई जिसे देखकर हम भारतीयों को भी सबक लेना चाहिए। दुनिया के तमाम विकसित देशों में भले ही ट्रांसजेंडर लोग आराम से अपनी जिंदगी बिता रहे हों, लेकिन भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में सामाजिक कट्टरता और भेदभाव के चलते ऐसे लोगों को कई बार बेज्जत होना पड़ता है। साथ ही उन्हें मनमुताबिक पढ़ाई या नौकरी करने के भी सामान्य मौके नहीं मिलते। ज्यादातर मामलों में तो उन्हें भीख मांगकर या नाच गाना करके अपना पेट पालना पड़ता है। इसी तरह की सामाजिक बुराईयों से लड़ते हुए पाकिस्तान की 21 वर्षीय ट्रांसजेंडर मार्विया मलिक के साथ भी कुछ ऐसा हो होने वाला था, लेकिन उन्होंने समाजिक बंदिशों के आगे हार न मानते हुए कुछ नया करने की ठान ली थी।
मॉडल से न्यूज एंकर बनने का सफर नहीं था आसान
अपने परिवार द्वारा दुत्कारे जाने के बाद मार्विया ने मॉडलिंग सेक्टर में काम करना शुरु किया। इसी दौरान उन्होंने पत्रकारिता में ग्रैजुऐट किया। प्रोफेशनल एजूकेशन लेने के बाद भी उनके प्रति समाज का रवैया नहीं बदला। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और आज उसी मेहनत और लगन के बलबूते मार्विया पाकिस्तान के एक प्राइवेट टीवी चैनल Kohenoor News पर न्यूजरीडर के रूप में अपना नया करियर शुरु किया। उनके इस कदम की जितनी आलोचना हुई, उससे कई गुना ज्यादा लोगों ने देश विदेश से उन्हें शुभकामनाएं दीं। बता दें कि मार्विया मलिक पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर न्यूज रीडर के रूप में पॉपुलर हो रही हैं, क्योंकि पाकिस्तान में इससे पहले किसी भी ट्रांसजेंडर को यह काम करने का मौका नहीं मिला था।
ट्रांसजेंडर कम्युनिटी के हितों के लिए भी परेशान हैं मार्विया मलिक
न्यूज एंकर के रोल में अपना नया करियर शुरु करने के बाद मार्विया मलिक ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वो जर्नलिस्म में ग्रैजुऐट डिग्री होल्डर हैं और काफी समय तक मॉडल के रूप में काम कर चुकी हैं। जब इस टीवी चैनल ने उन्हें न्यूज रीडर का जॉब ऑफर दिया उनकें आंसू छलक पड़े। ऐसा कर पाने वाली वो देश की पहली ट्रांसजेंडर हैं और उन्हें अपने आप पर गर्व है। मार्विया का कहना है कि टीवी और सोशल मीडिया के इस तेजरफ्तार युग में उनके परिवार से लेकर हर कोई सी जानक चुका है कि वो क्या हैं और क्या कर रही हैं, लकिन उनके परिवार ने उन्हें हमेशा ही मेरा अपमान किया है। मारविया मानती हैं कि उन्होंने अपनी जिंदगी को लेकर जो एक सपना देखा था, उसे पाने की दिशा में यह उनका पहला कदम है। इसी के साथ वो उम्मीद करती हैं कि उनके तमाम ट्रांसजेंडर दोस्त जो प्रोफेशनल फील्ड में मास्टर डिग्री होल्डर हैं, वो भी समाज से लड़कर अपना सही मुकाम हासिल करेंगे। मार्विया ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान सरकार से भी अपील की है कि ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी के हितों को ध्यान में रखकर सरकार नया कानून जरूर बनाए, ताकि ऐसे लोगों को घर से निकाले जाने के बावजूद अपने परिवार की सम्पत्ति में हिस्सा मिल सके।
इनपुट: IANS & ANIयह भी पढ़ें: ब्रिटेन में पहली बार मनेगा समोसा वीक, जानिये कहां से आया यह व्यंजनएलर्ट! डाइटिंग करने से कम नहीं, बल्कि बढ़ जाता है वजन, हुआ खुलासा