द ग्रेट खली: एक दिव्यांग जो पत्थर तोड़ते हुए बन गया अंतरराष्ट्रीय रेसलर
द ग्रेट खली का असली नाम दिलीप सिंह राणा है। वो अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग में आने से पहले पंजाब पुलिस में काम करते थे। उनका सीना 56 इंच से कहीं ज्यादा 63 इंच का है, जो कि एक भारतीय रिकॉर्ड है।
खली खाने-पीने के मामले में दुनिया भर के पहलवानों से बिल्कुल उलट विशुद्ध शाकाहारी हैं। वो नॉन-वेज बिलकुल नहीं खाते हैं और शराब को तो हाथ तक नहीं लगाते। यही वजह है कि डोपिंग के मामले में खली का रिकॉर्ड बेहद साफ-सुथरा है। उन्होंने कभी तंबाकू तक का इस्तेमाल नहीं किया।
खली रेसलिंग की दुनिया के सबसे लंबे खिलाड़ी हैं। उनकी लंबाई 7 फुट 1 इंच है। जबकि खली का वजन 157 किलो है, जो लगभग 347 पाउंड के बराबर है। लेकिन इस असमान्य शरीर के मालिक खली पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं। उन्हें बचपन से ही एक्रोमेगली नाम की बीमारी है, जिसकी वजह से उनका शरीर असाधारण तरीके से भीमकाय हो गया है। इसी वजह से उनका चेहरा भी कुछ अजीब दिखता है।
खली पंजाब पुलिस में बॉडीबिल्डिंग करते थे, और सन 1997 और 1998 में मिस्टर इंडिया रह चुके हैं। पंजाब पुलिस के तत्कालीन एडीजीपी एन एस भुल्लर ने खली को रेसलिंग में जाने से मना किया था। वे उनके विदेश जाने के फैसले से भी सहमत नहीं थे।
कैरियर की शुरुआत करते समय पैसों की तंगी के शिकार रहे खली रेसलिंग में कामयाब होने के बाद आज भले ही अमेरिका जाकर अमीर हो गए हैं, पर वो अपने गांव को नहीं भूल पाए। उन्होंने अपने गांव के विकास में काफी पैसा दान दिया। बचपन में लोग उन्हें दलबू कहकर पुकारते थे।
इंटरनेशनल स्टार बन चुके खली कभी पत्थर तोड़ने का काम करते थे। खली के गांव धिराना की औरतें उनसे भारी भरकम काम करवाती थीं। इसी दौरान खली पर पुलिस ऑफिसर भुल्लर की निगाह पड़ी और उन्होंने उन्हें पंजाब पुलिस में शामिल किया।
खली की ताकत का रेसलिंग की दुनिया में काफी खौफ है। ऐसा इसलिए है कि एक बार करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने ब्रायन ओंग नाम के रेसलर को 28 मई 2001 में सर के बराबर उठाकर रिंग में जोरदार तरीके से पटका था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद उस समय की प्रमोशनल कंपनी ने ब्रायन के परिवार को 1.3 मिलियन डॉलर का मुआवजा दिया था।
खली का पसंदीदा मूव खली बंब है, जिसमें वो दोनों हथेलियों को एक साथ कर विपक्षी पर जोरदार वार करते हैं। उनके इस मूव को रेसलिंग की दुनिया के सबसे खतरनाक खिलाड़ी माने जाने वाले अंटरटेकर को सिर्फ मुक्के बरसाकर ही बेहोशी की हालत में ला जीत दर्ज कर चुके हैं। अंडरटेकर के आगे बड़े-बड़े सूरमा पानी मांगा करते थे, पर दांव माना जाता है। इसी के चलते 7 अप्रैल 2006 में कुछ देर के लिए खूंखार अंटरटेकर रिंग में ही बेहोश हो गया था और बाद में उसे मैच में हार का सामना करना पड़ा।
अपनी ताकत के लिए जाने जाने वाले द ग्रेट खली वास्तव में वे विकलांगों की श्रेणी में आते हैं। वो 2009 के विशेष ओलंपिक के ब्रांड अंबेसडर भी रह चुके हैं।
खली को द पंजाबी मॉन्सटर, द पंजाबी प्लेब्वॉय नाम से भी जाना जाता है। यही नहीं वे 'द प्रिंस ऑफ द लैंड ऑफ 5 रिवर्स' के नाम से भी मशहूर हैं।inextlive from Spark-Bites Desk