जैन मुनि तरुण सागर महाराज का आज 51 साल की उम्र में निधन हो गया है। कड़वे प्रवचन देने वाले वाले संत के नाम से मशहूर जैन मुनि तरुण सागर ने अपने प्रवचनों से समाज को बेहतर दिशा दिखाने का काम किया। आइए यहां पढें उनके ये अनमोल वचन...
कानपुर। 'एकल परिवार समाज के लिए घातक'।विस्तार से यहां पढ़ें'संत नहीं बन सकते तो संतोषी बन जाओ'।विस्तार से यहां पढ़ें'रोते हुए आना दुर्भाग्य नहीं, रोते हुए मरना है दुर्भाग्य'।विस्तार से यहां पढ़ेंशादी के बाद मुस्कुराना नहीं आसांविस्तार से यहां पढ़ें'जहां रस बरसे वह रसोई, जहां किच-किच हो वह किचन'।विस्तार से यहां पढ़ें'आदमी मोबाइल से नहीं, स्माइल से बनता है स्मार्ट'।विस्तार से यहां पढ़ें'बच्चों को कार नहीं संस्कार दो'।विस्तार से यहां पढ़ें'मौत को याद रखागे तो भगवान सदैव याद रहेंगे'।
विस्तार से यहां पढ़ें51 वर्ष की उम्र में जैन मुनि तरुण सागर महाराज का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
Posted By: Shweta Mishra