कैसे करें दोस्त की बुरे रिलेशनशिप से निकलने में मदद
एक सकारात्मक रवैया और धैर्य आपको सबसे ज्यादा सहारा देगा जब आप दोस्त को बुरे रिलेशन से उबरने के लिए सर्पोट कर रहे होंगे। इसके अलावा इन बातों का खास ख्याल रखेंगे तो रास्ता ढूंढने में काफी मदद मिलेगी।
दिल से सुने
जीहां सबसे जरूरी है कि आप अपने दोस्त की बात ध्यान से सुनें और उसे बिना बीच में टोके अपने दिल की बात कहने दें। धैर्य से दोस्त की बात सुनने से सबसे ज्यादा फायदा आपके दोस्त को ही होगा। एक तो वो खुल कर अपनी बातों को आपसे शेयर कर सकेगा या सकेगी और उसे अपने विचारों को ऑग्रेनाइज करने में भी मदद मिलेगी।
सोच समझ कर दें सलाह
ऐसी नाजुक स्थिति में सलाह भी बेहद सोच समझ कर देनी चाहिए। ये भी ख्याल रखें की अपने दोस्त पर अपनी बात मानने का दवाब ना बनायें। हमेशा सकारात्मक सलाह दें आपकी एक भी नकारात्मक बात आपके दोस्त को वापस उसी अब कुछ नहीं हो सकता या सब कुछ बर्बाद हो गया वाली मानसिक हालत में धकेल सकती है।
धैर्य रखें
किसी रिश्ते को तोड़ना या जिसे आप चाहते हैं उसे छोड़ देना बिलकुल आसान नहीं होता। मन बार बार उसी की ओर खिचता है ऐसे में आपका ये सोचना गलत होगा कि आपकी हर सलाह आपके दोस्त के लिए फौरन स्वीकार्य होगी। वो फैसला लेने से पहले सौ बार लड़खड़ा सकता है। ऐसे में आपको पूरा धैर्य रखना होगा और उसे यकीन दिलाए रखना होगा कि कुछ भी हो जाए आप अंत तक उसके साथ रहेंगे।
दूसरों की मदद लें
ये इसलिए इंर्पोटेंट है कि जरूरी नहीं है कि आप सब कुछ खुद हैंडल कर सकें। कभी कभी रिलेशंस अब्यूसिव हो जाते हैं ऐसे में बाहरी मदद लेने के लिए तैयार रहें।
जब आप किसी ऐसी समस्या से जूझ रहे होते हैं तो ध्यान रखें कि यहां कुछ भी बड़ी धीमी गति से बदलता है। आपके दोस्त को आपकी सलाह मानने में बहुत वक्त लग सकता है। आप क्या करना चाह रहे हैं ये भी स्पष्ट होने में समय लगता है। जब तक दोस्त आपकी बातों को समझने की स्थिति में आए, आप को बिना शर्त, धैर्य के साथ उसके साथ रहना होता है ताकि आपके कंधे पर सर रख कर वो रो सके, अपने दर्द को बांट सके। इसके बाद ही आप अपने दोस्त को एक खराब रिश्ते से बाहर लाने में कामयाब हो सकते हैं।