Movie Review : 'हेट स्टोरी 4' में स्टोरी नहीं बस 'सीन' ही हैं
कहानी लो जी आ गई एक और हेट स्टोरी। फिर से वही कहानी, बदला और सेक्स। बदले के वशीभूत, फूट डालने के लिए एक मोहतरमा फिर से वही करती हैं, जिसको देखने के लिए लोग सिनेमा हॉल में आते हैं। आप समझ गए होंगे मैं किस चीज की बात कर रहा हूं। समीक्षा
पांड्या जी को शत शत नमन, दंडवत प्रणाम। अब तो शराब भी फरमेंट होके सिरका बन गई है पर फिर भी सिरके को मादक बता कर उसी पुरानी बोतल में बंद करके बेचने में कामयाब रहे हैं। अपने दर्शक के लिए ये फिल्म नहीं है, 'सीन' की तलाश है। आस पास के दर्शक बार बार बोल रहे थे 'सीन आ गया... सीन आ गया...' और मैं कहानी की तलाश कर रहा था क्योंकि फिल्म के नाम में ही स्टोरी है। फिल्म की बासी कहानी में अगर अच्छे संवादों का तड़का लगे तो फिल्म रोमांचक बन सकती है पर संवादों से मुझे ऐसा लगा की अंग्रेज़ी में सोचे गए और गूगल ट्रांसलेशन करके हिंदी में लिखे गए हैं। संवाद इतने मूर्खतापूर्ण हैं कि पूछिये मत पर मानना पड़ेगा कि फिल्म के 'सीन' बड़े जतन से शूट किए गए हैं। ये एक अलग ही दुनिया की कहानी है। टीवी सिरिअल की तरह इस दुनिया में भी सब लोग मेकअप करके सोते हैं और हर समय ड्रेसअप करके रहते हैं। वेल हर समय नहीं...सीन के अलावा क्योंकि उस वक़्त तो ड्रेस डाउन करने का चलन है। इस दुनिया मे हमारे आपके जैसे लोग नहीं होते बल्कि सब सुपर हॉट लोग हैं और इनकी लाइफ का सबसे बड़ा मुद्दा है अपने कैंपेन के लिए मॉडल ढूंढना।
Yohaann Bhargavawww.facebook.com/bhaargavabol