फिंगरप्रिंट और आईरिश सहित दो और चीजों से होगा आधार ऑथेंटिकेशन, कोई मांगें तो आधार नंबर नहीं दें वर्चुअल आईडी
1 जुलाई से शुरू हो सकेगी आधार की नई सुविधाएंआधार कार्ड की सिक्योरिटी को अब और भी मजबूत किया जा रहा है। अभी तक आधार सत्यापन के लिए फिंगरप्रिंट और आंख की पुतलियों को आधार बनाया गया था। अब सिक्योरिटी फीचर्स में चेहरे को भी पहचान के रूप में शामिल किया गया है। सुरक्षा का यह नया फीचर इसी साल 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने सोमवार को नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है। गौरतलब है कि अब तक देश के 119 करोड़ लोगों को आधार नंबर (बायोमेट्रिक आईडी) जारी किए जा चुके हैं।
अभी तक आधार में एनरोल होने के लिए लोगों के आईरिस और फिंगरप्रिंट स्कैन ही लिए जाते हैं। लेकिन कई लोगों को आंखों की परेशानी या घिसे हुए हाथों की परेशानी के कारण ऑथेन्टिकेशन में दिक्कत आती थी। हालांकि, ये फीचर किसी दूसरे ऑथेन्टिकेशन फीचर (आइरिस, फिंगरप्रिट स्कैन या ओटीपी) के साथ ही इस्तेमाल किया जाएगा।
सिक्योर और सेफ : 1 जून से आधार नंबर नहीं वर्चुअल आईडी देनी होगी